शहडोल (संवाद)। जिला के पुलिस महकमे में बड़ी कार्यवाही सामने आई है। जिसमें दो पुलिस आरक्षको को सस्पेंड किया गया है। वही एक दूसरे मामले में थाना प्रभारी सिंहपुर को लाइन अटैच कर दिया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक दोनों आरक्षको के द्वारा क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में संलग्न होकर अपराधियों के सपोर्ट में काम करते थे इनके द्वारा अवैध रेत नशे का कारोबार सहित अन्य अवैध धंधों में इनकी संलिप्तता रहा करती थी। बीते वर्ष 2019 मे तत्कालीन विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद ने आरक्षक धीरेंद्र भदोरिया की अवैध रेत तस्करों से संबंध बनाकर रेत की तस्करी करने की शिकायत की थी। उनकी शिकायत पर पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जॉन एसपी सिंह के द्वारा आरक्षक धीरेंद्र भदोरिया को थाना देवलोंद से हटाकर पुलिस लाइन शहडोल में पदस्थ किया गया था। पुलिस महानिरीक्षक के पत्र में यह भी उल्लेख किया गया था कि इस आरक्षक को ब्यौहारी अनुभाग के अंतर्गत थानों में पदस्थ नहीं किया जाए। बता दे कि ऐसे कई पुलिस कर्मचारी अब भी पुलिस थानों में मौजूद है जो माफियाओ के साथ मिलकर कही अवैध उत्खनन तो नशे के कारोबार में सम्मिलित है।
लेकिन महानिरीक्षक के द्वारा लिखे गए पत्र में के बाद भी आज 4 साल बाद आरक्षक धीरेंद्र भदोरिया को पुन: देवलोंद थाने में पदस्थ कर दिया गया। मीडिया में काफी हो हल्ला होने के बाद आखिरकार पुलिस प्रशासन जागा है और आरक्षक धीरेंद्र भदोरिया को मामले का दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया है। इसी के साथ एक अन्य आरक्षक शत्रुघ्न सिंह सिंगर को भी सस्पेंड किया गया है।इसके अलावा एक अन्य मामले में थाना प्रभारी सिंहपुर को लाइन अटैच कर दिया गया है।