खंडवा (संवाद)। मध्य प्रदेश में भ्रष्ट और रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी को रिश्वत लेते लोकायुक्त की कार्यवाही को अक्सर सुना गया होगा। लेकिन अब लोकायुक्त से जनप्रतिनिधि भी नहीं बच पा रहे हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से आया है जहां एक महिला जनपद सदस्य के द्वारा उसके क्षेत्र अंतर्गत निर्माण कार्यों में 5 प्रतिशत की रिश्वत मांगी गई है। लोकायुक्त ने 15 हजार की रिश्वत लेते महिला जनपद सदस्य और उसके पति को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।
जनप्रतिनिधि भी नहीं बच रहे लोकायुक्त से, यहां महिला जनपद सदस्य और उसके पति को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
पूरा मामला खंडवा जिले के जनपद पंचायत पुनासा के अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपलिया का है। जहां शासन के द्वारा 2 सामुदायिक भवन और 3 आंगनवाड़ी भवन स्वीकृत किया गया था। ग्राम पंचायत पिपलिया के सरपंच के द्वारा निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया लेकिन इस दौरान उसे क्षेत्र की महिला जनपद सदस्य अनीता बाई चौहान और उसके पति हरि सिंह के द्वारा निर्माण कार्य में पांच प्रतिशत रिश्वत के तौर पर कमीशन मांगी जा रही थी कमीशन नहीं देने के कारण उनके द्वारा काम में अड़चन पैदा की जा रही थी।
जनप्रतिनिधि भी नहीं बच रहे लोकायुक्त से, यहां महिला जनपद सदस्य और उसके पति को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
लोकायुक्त से शिकायतकर्ता और ग्राम पंचायत का सरपंच रूपनारायण निवासी बलियापुर के द्वारा महिला जनपद सदस्य और उसके पति की शिकायत लोकायुक्त इंदौर से कर दी। लोकायुक्त के द्वारा शिकायत सत्यापन कराए जाने के बाद शिकायत सही पाए जाने पर जनपद सदस्य को रंगे हाथ गिरफ्तार करने का प्लान बनाया और प्लान के तहत रिश्वत की राशि ₹15000 जैसे ही महिला जनपद सदस्य और उसके पति के हाथों में दी गई। उसके बाद लोकायुक्त की टीम ने छापामार कार्यवाही कर दी।
जनप्रतिनिधि भी नहीं बच रहे लोकायुक्त से, यहां महिला जनपद सदस्य और उसके पति को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
लोकायुक्त के द्वारा महिला जनपद सदस्य अनीता भाई चौहान और उसके पति हरि सिंह को 15000 की रिश्वत सहित रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है इसके बाद लोकायुक्त ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कार्यवाही की है। बताया गया कि महिला जनपद सदस्य अनीता बाइक और उसके पति के द्वारा सामुदायिक भवन निर्माण कार्य में पांच प्रतिशत की राशि कमीशन के तौर पर मांगी गई थी इसके अलावा आंगनवाड़ी भवन के निर्माण में चार प्रतिशत कमीशन तय किया गया था।
जनप्रतिनिधि भी नहीं बच रहे लोकायुक्त से, यहां महिला जनपद सदस्य और उसके पति को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
शिकायतकर्ता पिपलिया ग्राम पंचायत के सरपंच रूप नारायण ने बताया कि इसके पहले भी महिला जनपद सदस्य के पति के द्वारा ₹5000 ले लिए गए थे। इसके बाद भी वह हर कामों में कमीशन के तौर पर राशि की मांग कर रहा था जिससे प्रताड़ित और परेशान होकर रूप नारायण ने इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त इंदौर से की थी इसके बाद लोकायुक्त ने उनके खिलाफ रंगे हाथ पकड़ने की कार्यवाही की है।