उमरिया (संवाद)। लगातार रेल्वे प्रशासन की हठधर्मिता और अड़ियल रवैये के चलते आखिरकार आमजनता को आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ गया। क्षेत्रीय संघर्ष समिति चंदिया के आवाहन पर आज 10 बजे से टाउन हॉल चंदिया में लोंगो का एकत्रीकरण प्रारम्भ हो गया है। जिसमे चंदिया नगर सहित आसपास के इलाको से हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे।

दरअसल कोरोना महामारी के कारण पूरे देश मे लोंगो की सुरक्षा के लिहाज से यात्री ट्रेनें बन्द कर दी गई थी। जिसके बाद जब स्थिति सामान्य हुई तब पुनः ट्रेनों का संचालन प्रारम्भ किया गया है। लगभग ढ़ाई साल तक बंद ट्रेनें अब शुरू की जा चुकी है। लेकिन चंदिया नगर के रेल्वे स्टेशन में कोरोना काल के दौरान से यात्री ट्रेनें बन्द है और आज तक यहां ट्रेनों का स्टापेज नही किया गया है। जबकि कोरोना काल के पहले यहां पर लगभग 10 यात्री ट्रेनों का ठहराव रहा है बावजूद इसके इस समय चंदिया रेल्वे स्टेशन से सवारी गाड़िया धड़धड़ाते निकल जाती है।

जिसको देखते हुए चंदिया नगर के लोंगो ने अभी तक अनेकों बार दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के जिम्मेदार महाप्रबंधक और डीआरएम को ज्ञापन सौंप चुके है और अपनी समस्याओं से अवगत करा चुके है लेकिन उनके द्वारा आश्वाशन के अलावा अभी तक कुछ नही मिला है।लोंगो ने रेल्वे अधिकारियों से लगातार इस बात की मांग की जाती रही है कि चंदिया रेल्वे स्टेशन में जिन ट्रेनों का स्टापेज पहले रहा है उन्हें फिर से यहां स्टापेज दिया जाय। उन्होंने यह भी बताया चंदिया नगर के साथ यहां से लगे सैकड़ो गावो का एकमात्र यह स्टेशन है। जहां से प्रतिदिन सैकड़ो लोंगो का आवागमन ट्रेनों से होता रहा है। लेकिन इस समय सवारी ट्रेन नही रुकने के कारण लोंगो को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

रेल्वे विभाग के चंदिया नगर के लोंगो और आसपास के हजारों लोंगो की लगातार उपेक्षा के बाद लोंगो ने क्षेत्रीय संघर्ष समिति का गठन किया और इसी के बैनर तले रेल्वे अड़ियल रवैयों और यात्री सुविधाओं को लेकर आंदोलन करने के मूड में आ चुके है और अब वे इस हद तक आंदोलित रहेंगे जब तक उनकी जायज मांगो का हल नही हो जाता। इसके लिए समिति क्रमबद्ध तरीके आदोंलन चलाने का निर्णय लिया जिसमे शुरुआत के दिन से चंदिया टाउन में सभी के एकत्रीकरण के बाद भारी जनबल के साथ रैली निकालकर चंदिया स्टेशन के समीप पहुचेंगे और उसके बाद क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। इसी के साथ चंदिया में हो रही रेल्वे लोडिंग को भी रोका जाएगा।
क्षेत्रीय संघर्ष समिति के द्वारा आंदोलन करने से कुछ दिन पहले हजारों की संख्या में रेल्वे स्टेशन पहुंचकर रेल मंत्री सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के नाम ज्ञापन सौंपकर अपनी जायज मांग रखी थी और चेताया भी था कि अगर 15 दिवस में हमारी मांगे नही मानी जाती है तो हम आंदोलन की राह अपनाएंगे जिसकी समस्त जबावदारी रेल प्रशासन की होगी। इसके साथ ही संघर्ष समिति के द्वारा जिले कलेक्टर, संसद, मंत्री, विधायक और सत्तारूढ़ के नेताओं को ज्ञापन सौंपा गया था। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, सांसद हिमाद्रि सिंह विधायक शिवनारायण सिंह और कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने संघर्ष समिति की मांग को जायज ठहराते हुए रेल मंत्री भारत सरकार और दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर मांगों को माने जाने के लिए अपनी ओर से पत्र लिख चुके है। लेकिन रेल्वे विभाग के हठ धर्मिता और अड़ियल रवैये के कारण आज हजारों की संख्या में लोग आंदोलन की राह में है।