उमरिया (संवाद)। जिले के परिवहन विभाग में पदस्थ एक बाबू के ऊपर नेशनल हाईवे 43 में खड़े होकर वाहनों के दस्तावेज चेकिंग के नाम अवैध वसूली करने का आरोप लगा है। वाहन चालकों का आरोप है कि पहले उनकी गाड़ी रोकी गई और फिर दस्तावेज चेकिंग के नाम आरटीओ कार्यालय ले जाया गया, जहां बाबू के द्वारा 1-1 हजार रुपये लेकर वाहनों को छोड़ा गया।
Umaria News: RTO विभाग के बाबू पर वाहनों के दस्तावेज चेकिंग के नाम अवैध वसूली करने का आरोप, कलेक्टर ने जांच कराकर कार्यवाही करने की कही बात
दरअसल बीते शुक्रवार को जमशेदपुर से जबलपुर जा रहे दो दर्जन नए चेचिस ट्रैकों को जप्त कर आरटीओ कार्यालय ले जाया गया। जहां वाहनों की दस्तावेज चेकिंग के नाम से आरटीओ में पदस्थ बाबू कैलाश शर्मा के द्वारा एक-एक हजार रिश्वत के तौर पर लिया गया, इसके बाद वाहनों को छोड़ दिया गया। ट्रक चालकों ने बताया कि वह जमशेदपुर से जबलपुर जा रहे थे तभी नेशनल हाईवे 43 में सड़क पर खड़े आरटीओ विभाग के बाबू के द्वारा नए चेसिस ट्रैकों को रोका गया और फिर दस्तावेज चेकिंग के नाम से आरटीओ कार्यालय ले जाया गया।
Umaria News: RTO विभाग के बाबू पर वाहनों के दस्तावेज चेकिंग के नाम अवैध वसूली करने का आरोप, कलेक्टर ने जांच कराकर कार्यवाही करने की कही बात
ट्रक चालकों ने बताया कि हमारे पास नए चेचिस ट्रैकों से संबंधित दस्तावेज रहे हैं। लेकिन आरटीओ के बाबू के द्वारा हमारे ट्रैकों को आरटीओ कार्यालय ले जाया गया, जहां उसने ट्रक चालकों से 1000 तो किसी से ₹600 रिश्वत के तौर पर लिए गए, जिसकी रसीद भी नहीं दी गई। हालांकि विभाग के बाबू कैलाश शर्मा का कहना है कि वह यह कार्यवाही हाई कोर्ट के निर्देशों के तहत कर रहे थे। उन्होंने किसी से कोई रिश्वत नहीं ली है।
Umaria News: RTO विभाग के बाबू पर वाहनों के दस्तावेज चेकिंग के नाम अवैध वसूली करने का आरोप, कलेक्टर ने जांच कराकर कार्यवाही करने की कही बात
इस मामले की जानकारी जब जिले के कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य को हुई तब उन्होंने कहा कि वह इसकी जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। हालांकि बाबू कैलाश शर्मा के द्वारा की जा रही अवैध वसूली की जानकारी जिले के आरटीओ अधिकारी को भी जरूर होगी। लेकिन उनके अनुपस्थित रहने के दौरान बाबू को वाहन चेकिंग करने का अधिकार किसने दिया। या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि इस मामले में RTO अधिकारी की भी मिली भगत रही होगी.?