उमरिया (संवाद)। वन्य प्राणियों के शिकार मामले में वन विभाग शहडोल की टीम ने बड़ा खुलासा किया है। वन विभाग की टीम ने 3 आरोपी शिकारियों की गिरफ्तारी करते हुए उमरिया वन मंडल के घुनघुटी परिक्षेत्र में 7 साल पहले हुए बाघ सहित अन्य वन्य प्राणियों के मामले में बड़ी कार्यवाही की है। हालांकि शिकारियों के पास से बाघ के अवशेष तो बरामद नहीं हुए। लेकिन अन्य वन्य प्राणियों के अवशेष और बंदूक सहित भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किया है।
Umaria:वन विभाग ने किया बड़ा खुलासा,घुनघुटी के जंगल में बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों का करते थे शिकार,मामले में 7 साल बाद 3 शिकारी गिरफ्तार
दरअसल उमरिया जिले में विश्व प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व होने के कारण यहां और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के आसपास से लगे सामान्य जंगल में शिकारी वन प्राणियों के शिकार के लिए सक्रिय रहते हैं। वहीं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे सामान्य वन मंडल के अंतर्गत घुनघुटी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत एक काफी बड़ा जंगल है जहां पर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से बाघ सहित अन्य वन प्राणियों का आवागमन और विचरण रहता है। शायद इसी कारण घुनघुटी वन परिक्षेत्र के जंगल में कई स्थानीय और बाहर के शिकारी हमेशा सक्रिय रहते हैं।
Umaria:वन विभाग ने किया बड़ा खुलासा,घुनघुटी के जंगल में बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों का करते थे शिकार,मामले में 7 साल बाद 3 शिकारी गिरफ्तार
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ सालों में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कुछ बाघ और घुनघुटी के जंगल में अपनी टेरिटरी बन चुके बाघ लापता हुए थे। जिसमें लगातार यह अंदेशा या अनुमान लगाया जा रहा था कि शिकारियो के द्वारा बाघ का शिकार कर लिया गए हो गया। लेकिन शिकारी इतने चतुर और चालाकी से शिकार करते हैं कि वन विभाग को इसकी कानों कान खबर नहीं हो पाती। लेकिन पिछले दिनों वन्य जीव अपराध नियंत्रण बर ओ नई दिल्ली के माध्यम से वन विभाग शहडोल को जानकारी दी गई थी की शहडोल के नगर पालिका वार्ड क्रमांक 14 निवासी करुणेन्द्र सिंह के निवास पर वन्य प्राणी के अवशेष रखे गए हैं।
Umaria:वन विभाग ने किया बड़ा खुलासा,घुनघुटी के जंगल में बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों का करते थे शिकार,मामले में 7 साल बाद 3 शिकारी गिरफ्तार
इसके बाद वन्य जीव अपराध नियंत्रण नई दिल्ली के द्वारा जानकारी के मुताबिक वन विभाग शहडोल के द्वारा करुणेन्द्र सिंह के घर पर छापा मार कार्यवाही करने का प्लान तैयार किया गया। वन विभाग के द्वारा सर्च वारंट लेकर करुणेन्द्र सिंह के निवास पर छापा मारने पहुंची जहां पर वन्य प्राणी भालू और जंगली सूअर की नाखून और दांत बरामद किए हैं। इसके अलावा बंदूक के खाली और जिंदा कारतूस बड़ी संख्या में बरामद किए गए। इस आधार पर वन विभाग ने करुणेन्द्र सिंह पिता दादू लाल सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ करना शुरू कर दिया।
Umaria:वन विभाग ने किया बड़ा खुलासा,घुनघुटी के जंगल में बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों का करते थे शिकार,मामले में 7 साल बाद 3 शिकारी गिरफ्तार
वन विभाग की टीम के द्वारा आरोपी करुणेन्द्र सिंह से पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसकी बंदूक उसकी पत्नी छुपा कर रखी है इसके अलावा उसके अन्य साथी जो घुनघुटी के जंगल में शिकार करने में साथ रहते हैं उनके भी नाम उसने बता दिए। इसके बाद आरोपी करुणेन्द्र सिंह के बताएं अनुसार उसकी निशान देही पर वन विभाग की टीम ने उसकी पत्नी से बंदूक के बारे में पूछताछ किए लेकिन उसकी पत्नी ने साफ इनकार कर दिया। इसके अलावा करुणेन्द्र सिंह के अन्य साथी जो शिकार करने के दौरान साथ रहते हैं उनमें अभय राज सिंह पिता भद्दू सिंह निवासी आमगार तहसील पाली जिला उमरिया और जयंत उर्फ मिंटू सिंह निवासी रौगढ़ जिला उमरिया को गिरफ्तार कर लिया गया।
Umaria:वन विभाग ने किया बड़ा खुलासा,घुनघुटी के जंगल में बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों का करते थे शिकार,मामले में 7 साल बाद 3 शिकारी गिरफ्तार
वन विभाग की टीम ने तीनों आरोपियों करुणेन्द्र सिंह अभय राज सिंह और जयंत उर्फ मिंटू के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 42, 44, 48A, 49B 51 और 57 का मामला दर्ज करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। उक्त कार्यवाही में सीसीएफ शहडोल एलएल उइके, वन मंडल अधिकारी श्रद्धा पेन्द्रे के निर्देश पर उपवन मंडल अधिकारी बादशाह रावत, रामनरेश विश्वकर्मा वन परिक्षेत्र अधिकारी शहडोल, सलीम खान वन परीक्षित अधिकारी बुढार सहित उनकी पूरी टीम सक्रिय रूप से मौजूद रही।