नए बिजनेस को शुरू करने के लिए इस इस विकल्प को अपना कर शुरू करे कारोबार , जाने क्या है प्रक्रिया वर्तमान समय में सभी लोग कोई न कोई व्यवसाय को शुरू करना चाहता है लेकिन आपको बता दे की आपके पास पैसों की कमी है तो (Business)घबराने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि हम आपको ऐसा आइडिया बताने जा रहे हैं कि जिससे एक नहीं कई समस्याएं चुटकियों में खत्म हो जाएगी और आप बिना पैसे के भी अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं। हालांकि इस विकल्प को इस्तेमाल करने से पहले आपको ये बातें भी पता होनी चाहिए ताकि भविष्य में आपको कोई बड़ा नुकसान न हो जाएं। इस खबर के माध्यम से आपको और जानकारी प्रदान कर रही है इसलिए खबर में अंत तक बने रहे .
नए बिजनेस को शुरू करने के लिए इस इस विकल्प को अपना कर शुरू करे कारोबार , जाने क्या है प्रक्रिया
क्या है यह Bootstrapping
आए दिन कोई भी व्यक्ति अगर पैसे को समस्या से जूज़ता है तो वह सबसे पहले लोन के लिए जुगाड़ करता है तो फिर किसी भी इन्वेस्टर या बैंक लोन की मदद लिए बिना खुद की रकम लगाकर स्टार्टअप शुरू करना बूटस्ट्रैपिंग (Bootstrapping) कहलाता है। इसमें कई बार पैरंट्स या उन रिश्तेदार की मदद ले लेते हैं जिसे रकम लौटानी नहीं होती। अगर स्टार्टअप शुरू करना है तो उसके प्री-सीड स्टेज के लिए Bootstrapping अच्छा विकल्प होता है।
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Bootstrapping के फायदे
आप भी अगर कोई भी बिजनेस को चला रहे है तो आपको बता दे की r कंपनी पर आपका पूरा कंट्रोल रहता है। आप अपने हिसाब से काम कर सकते हैं। बिजनेस में आप कई एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं। अगर कोई (बिजनेस)एक्सपेरिमेंट फेल हो जाए तो चिंता की बात नहीं होती। अगर किसी कारण से बिजनेस फेल हो जाता है तो इस बात की चिंता नहीं रहती कि किसी को रकम लौटानी होगी। बिना किसी इन्वेस्टर की मदद से जब आपका (स्टार्टअप)बिजनेस सफल हो जाता है तो यह अपने आप में एक प्राइज मिलने वाला जैसा होता है।
नए बिजनेस को शुरू करने के लिए इस इस विकल्प को अपना कर शुरू करे कारोबार , जाने क्या है प्रक्रिया
ये हैं Bootstrapping के नुकसान
अपनी जमा पूंजी बिजनेस में लगाना जोखिम भरा भी होता है। अगर बिजनेस सफल नहीं हुआ तो जमा पूंजी डूब जाती है और फिर कर्जे में पड़ सकते हैं। कई बार जमा पूंजी स्टार्टअप को शुरू करने में ही खर्च हो जाती है। अगर बिजनेस का विस्तार (बिजनेस के लिए फंड)करना हो तो रकम न होने से वह नहीं हो पाता है। ऐसे में लोन लेना या किसी से पैसा उधार मांगना पड़ सकता है। बिजनेस के अवसर सीमित रहते हैं। कई बार बिजनेस अपनी पूरी क्षमता तक (क्या होता है बूटस्ट्रैपिंग )नहीं पहुंच पाते। बिजनेस में खर्च सीमित हो जाते हैं। कई बार छोटी-छोटी जरूरत के लिए भी रकम सोच-समझकर खर्च करनी पड़ती है।
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