भोपाल (मध्य प्रदेश): बंगाल की खाड़ी से एक सिस्टम सक्रिय होने के कारण राज्य में मानसून का ब्रेक खत्म हो सकता है। सोमवार से राज्य के कुछ जिलों में बारिश की संभावना है, इसके अलावा 5 सितंबर से व्यापक बारिश की संभावना है। शहडोल,सागर, रीवाऔर जबलपुर संभाग के क्षेत्र जिनमें दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला अनुपपुर, बालाघाट, छतरपुर,छिंदवाड़ा,नरसिंहपुर, निवाड़ी, पन्ना, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, शहडोल जिले शामिल हैं। उमरिया, सिंगरौली, टीकमगढ़ और सीधी में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।मौसम विभाग भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि मानसून ब्रेक सोमवार को समाप्त होने की उम्मीद है। सोमवार उमरिया जिले के घुनघुटी, पाली, नौरोजाबाद में सामान्य वर्षा हुई है जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विभाग के अनुसार 6 सितंबर से 7 सितंबर तक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय होने की संभावना है, जिससे संभवतः मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में मध्यम से भारी वर्षा होगी। यह सिस्टम 18 सितंबर तक सक्रिय रह सकता है।
मौसम की स्थिति की बात करें तो आज भोपाल में पूरे दिन भीषण गर्मी रही वहीं शहडोल संभाग के अनूपपुर और शहडोल जिले के कुछ इलाकों में बारिश हुई है।इसी तरह उमरिया जिले में भी सामान्य बारिश हुई है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में भी गर्मी का असर महसूस किया गया।
सोमवार दोपहर में इटारसी, नर्मदापुरम जिले में कुछ देर के लिए बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में मलाजखंड में 0.12 इंच बारिश हुई, मंडला में भी बारिश हुई। मध्य प्रदेश में 1 जून से लेकर अब तक बारिश में कुल मिलाकर 18% की कमी देखी गई है। 27 जिलों में से 24 रेड जोन जिलों में 20 से 46% कम बारिश हुई है।
राज्य की औसत वर्षा अब तक 26.07 इंच है, जबकि सामान्य वर्षा 37.36 इंच है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 15% वर्षा की कमी देखी गई है, जबकि पश्चिमी क्षेत्र में 21% की कमी है।
मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में हुई है,। यहां 41 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। सागर, शहडोल, उमरिया, रायसेन और नर्मदापुरम सभी में 28 इंच या उससे अधिक वर्षा हुई है। दमोह, कटनी, निवाड़ी, बैतूल, भिंड, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में 24 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इसके विपरीत खरगोन, मंदसौर, बड़वानी और ग्वालियर जिलों में 20 इंच से कम बारिश हुई है।