छिंदवाड़ा (संवाद)। बड़ी खबर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से सामने आई है जहां (ईओडब्ल्यू( आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा एक साथ दो कर्मचारियों को रिश्वत लेते धर दबोचा है। एक सरपंच से बिल पास करने के बदले उपयंत्री और रोजगार सहायक के द्वारा 65 हजार की घूंस ली गई थी। पूरा मामला छिंदवाड़ा जिले के ग्राम पंचायत खिरखिरी का है।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत खिरकिरी की सरपंच एक महिला जिसका नाम आरती वर्मा है। बताया गया कि ग्राम पंचायत में सरपंच के द्वारा सड़क और नाली का निर्माण कराया गया था, जिसके बिल भुगतान के लिए उपयंत्री और रोजगार सहायक के द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाना था। लेकिन इसके बदले दोनों कर्मचारी सरपंच से रिश्वत की मांग कर रहे थे। रिश्वत नहीं देने के चलते उप यंत्री नीरज डेहरिया और रोजगार सहायक आशीष शर्मा कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र नहीं दे रहे थे।
तब परेशान होकर आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो से पूरे मामले की शिकायत की गई। ईओडब्ल्यू के द्वारा शिकायत सत्यापन के बाद उपयंत्री और रोजगार सहायक को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया। इसके बाद पूरे प्लानिंग के तहत उपयंत्री नीरज डेहरिया को 50 हजार और रोजगार सहायक आशीष शर्मा को 15 हजार की रिश्वत दी गई इसके तुरंत बाद ईओडब्ल्यू ने छापा मार कार्यवाही कर दोनों को रिश्वत की राशि सहित गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए जाने के बाद दोनों कर्मचारियों के खिलाफ मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।