MP: नए साल के पहले दिन रिश्वत लेते पकड़ाया शिक्षा विभाग का बाबू,इस काम के बदले ली 6 लाख की बड़ी घूस

मउगंज (संवाद)। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारियों का बोलबाला इतना बढ़ गया है कि वह किसी भी मामले में रिश्वत मांगने और लेने में जरा भी संकोच नहीं करते। हालांकि मध्य प्रदेश लोकायुक्त के द्वारा लगातार धर-पकड़ की कार्यवाही भी की जा रही है। वहीं मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा लोकायुक्त को और अधिक सशक्त बनाने के लिए भी निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके रिश्वतखोर रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं।
ताजा मामला मध्य प्रदेश की मउगंज जिले से सामने आया है जहां साल 2025 के पहले ही दिन यानी 1 जनवरी को शिक्षा विभाग की एक बाबू ने लाखों रुपए की रिश्वत ली है। जिसे लोकायुक्त रीवा की टीम ने रिश्वत लेते रंग हाथ गिरफ्तार भी किया है। मिली जानकारी के मुताबिक मऊगंज निवासी रिटायर्ड शिक्षक राम निहोर साकेत शिक्षा विभाग के बाबू के द्वारा उसके एरियर्स और अर्जित अवकाश के भुगतान के लिए 5 लाख 90 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
बताया गया कि मऊगंज के रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक राम निहार साकेत का एरियर और अर्जित अवकाश का भुगतान 12 लाख 70 हजार रुपए हो रहा था इसके भुगतान के बदले शिक्षा विभाग के बाबू राजाराम गुप्ता के द्वारा रिटायर्ड शिक्षक से 50% राशि घुस के तौर पर मांगी थी जबकि शिक्षक के द्वारा बाबू को उसके एरिया भुगतान के लिए 30 हजार की रिश्वत पहले दिया जा चुका था। तब भी बाबू के द्वारा शिक्षक के काम में अड़चन पैदा करना और पैसे की लालच में उसकी गाड़ी कमाई से आधी राशि रिश्वत के तौर लेने के लिए दबाव बना रहा था।
बाबू राजाराम गुप्ता की हरकतों से परेशान होकर रिटायर्ड शिक्षक राम निहोर साकेत के द्वारा इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त रीवा से कर दी इसके बाद शिकायत सत्यापन उपरांत लोकायुक्त ने पूरे प्लान के तहत रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया। इसके बाद साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी 2025 को बाबू राजाराम गुप्ता को उसी के ऑफिस विकासखंड शिक्षा विभाग में जैसे ही शिक्षक के द्वारा 5 लाख 90 हजार रुपए रिश्वत के तौर पर दिए गए।
रिटायर्ड शिक्षक ने आरोपी घूसखोर बाबू राजाराम गुप्ता को 50 हजार रुपये नगद और 5 लाख 40 हजार रुपए चेक के माध्यम से दिए। तभी लोकायुक्त की टीम ने विकासखंड शिक्षा कार्यालय में छापामार कार्यवाही कर आरोपी बाबू राजाराम गुप्ता को रिश्वत की राशि सहित रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद आरोपी के खिलाफ लोकायुक्त ने मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की है।
Leave a comment