MP: आंगनबाड़ी भर्ती मामला: परियोजना अधिकारी का ऑडियो वायरल कहा-SDM,CEO और DPO सबको देना पड़ता, 25 हजार में कैसे होगा..?

Editor in cheif
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MP (संवाद)। मध्य प्रदेश में महिला बाल विकास के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता और सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसी के साथ मध्य प्रदेश के कई जिलों से भर्ती प्रक्रिया में आवेदको से भर्ती करने के लिए रिश्वत भी ले जाने की खबरें लगातार आ रही है। इसी से जुड़ा एक शिवपुरी जिले से सीडीपीओ का ऑडियो वायरल हुआ है। जिसमें भारती के दौरान ली जा रही है रिश्वत को वरिष्ठ अधिकारियों तक बांटे जाने का जिक्र है। इस वायरल ऑडियो की पुष्टि पंचायती संवाद नहीं करता है।

बीते दिनों आंगनवाड़ी में कार्यकर्ता और सहायिकाओं की भर्ती के लिए नरवर क्षेत्र के सुपरवाइजर अनीता श्रीवास्तव को लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था। लेकिन इसी बीच अब शिवपुरी जिले के ही अंतर्गत पहरी परियोजना कार्यालय में पदस्थ सीडीपीओ नीलम पटेरिया का एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।

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वायरल ऑडियो में सीडीपीओ नीलम पटेरिया के द्वारा यह कहा जा रहा है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की भर्ती में लेनदेन में मिली राशि को जिले की वरिष्ठ अधिकारियों यानी एसडीएम सीईओ और महिला एवं बाल विकास के डीपीओ तक बांटा जाता है। सीडीपीओ के वायरल ऑडियो के बाद पूरे जिले ही नहीं प्रदेश में हड़कंप मच गया है।

वहीं सीडीपीओ नीलम पटेरिया के वायरल ऑडियो जिले के कलेक्टर कविंद्र चौधरी के पास भी पहुंचा है जहां उन्होंने ऑडियो का संज्ञान लेते हुए सीडीपीओ नीलम पटेरिया को तत्काल वहां से हटा दिया है और ऑडियो सहित पूरे मामले की जांच एसडीम को सौंप कर निष्पक्ष जांच करने के लिए निर्देशित किया है। हालांकि लगातार महिला एवं बाल विकास के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा रिश्वत लिए जाने के कारण यह पूरी भर्ती प्रक्रिया दूषित हो चुकी है।

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शिवपुरी जिले के अलावा भी मध्य प्रदेश के कई जिलों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया में विभाग के द्वारा भर्ती करने के नाम से लेनदेन किए जाने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। ऐसे में यह पूरी भर्ती प्रक्रिया दूषित हो चुकी है इसके अलावा सरकार को इस प्रक्रिया को निष्पक्ष तरीके और ऐसे रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

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