शहडोल (संवाद)। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के ग्रामीण इलाकों में एक के बाद एक तुगलकी फरमान जारी किए जा रहे हैं। जिसमें अपने गाय बैल सहित अन्य मवेशियो को खुले में छोड़ने वालों मवेशी मालिकों को कहीं 5 पनही तो कहीं 25 पनही मारने के साथ 5 सौ और 1 हजार के जुर्माने का फरमान जारी किया जा रहा है। इसके लिए ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव बकायदे डुग्गी पिटवाकर ऐलान करवाया जा रहा है। इस आराम से जहां ग्रामीण इलाके में ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं, तो वहीं प्रशासन इस तुगलकी फरमान को लेकर अनजान बना हुआ है। इस पूरे फरमान का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
पहला वाक्या शहडोल जिले के जयसिहनगर जनपद के ग्राम पंचायत नगनौडी से आया है। जहां एक अजीबो-गरीब तरह का गांव के सरपंच व सचिव के द्वारा एक तुगलकी फरमान जारी किया है। सरपंच सचिव ने डुग्गी पिटवाकर मुनादी कराई है कि यदि गांव के लोगो के द्वारा अपने मवेशी को खुले में छोड़ते है और आवारा घूमते पाए जाते है मवेशी मालिक को सजा के तौर पर 5 पनही ( 5 जूते मारकर ) 5 सौ का जुर्माना लगाया जाएगा। उनके इस तुगलगी फरमान से ग्रामीणो में रोष व्याप्त है और वह इसका विरोध कर रहे है। वहीं पंचायत के इस फरमान का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
इसके 2 दिन बाद दूसरा वाक्या भी शहडोल जिले के खैरहा गांव से आया है,जहां पंचायत के सरपंच सचिव के द्वारा इसी तरीके से डुग्गी पिटवा कर पूरे गांव में मुनादी कराई है। लेकिन इस बार इस गांव में नगनौडी गांव से ज्यादा सजा देने का फरमान जारी हुआ बात है। वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा और सुना जा सकता है कि ग्राम खैरहा के सरपंच और सचिव के द्वारा खुले में मवेशी छोड़ने और आवारा घूमते पाए जाने पर मवेशी मालिकों को 25 पनही की मार और ₹1 हजार का अर्थदंड लगाने का फरमान जारी किया गया है।
ग्राम पंचायतों के द्वारा इस तरह का अजीबोगरीब फरमान जारी होने के बाद ग्रामीण अब इसके विरोध में उतर आए हैं। उनके द्वारा इसे गैर कानूनी बताते हुए ग्राम पंचायत भवन का घेराव कर विरोध किया है। वहीं प्रशासन इस तुगलकी फरमान को लेकर अभी भी अनजान बना हुआ है। जबकि इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से सभी देख चुके हैं। लेकिन प्रशासन का इस पूरे मामले में अंजान बने रहना एक सवाल खड़ा करता है।