MBBS की पढ़ाई करने यूक्रेन गए जिले के 5 छात्र सही सलामत पहुंचे अपने घर, परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को दिया विनम्र साधुवाद

Editor in cheif
4 Min Read
उमरिया (संवाद)। एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए जिले के 5 छात्र अब सही सलामत वापस अपने घर लौट आए हैं।
बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है जिसमें उमरिया जिले के 5 छात्र जिसमें उमरिया के लालपुर निवासी सागर मोगरे, चपहा कॉलोनी निवासी सागर प्रजापति, मानपुर निवासी अभय गुप्ता, नौरोजाबाद निवासी स्वतेन्द्र विश्वकर्मा और विकटगंज की शर्लिन गुप्ता यूक्रेन में फंसे हुए थे। जिसमें सागर मोगरे और साजन प्रजापति 4 मार्च को उमरिया अपने घर पहुंच गए हैं, जहां पर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा सहित पुलिस स्टाफ ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया।

Contents
उमरिया (संवाद)। एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए जिले के 5 छात्र अब सही सलामत वापस अपने घर लौट आए हैं।बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है जिसमें उमरिया जिले के 5 छात्र जिसमें उमरिया के लालपुर निवासी सागर मोगरे, चपहा कॉलोनी निवासी सागर प्रजापति, मानपुर निवासी अभय गुप्ता, नौरोजाबाद निवासी स्वतेन्द्र विश्वकर्मा और विकटगंज की शर्लिन गुप्ता यूक्रेन में फंसे हुए थे। जिसमें सागर मोगरे और साजन प्रजापति 4 मार्च को उमरिया अपने घर पहुंच गए हैं, जहां पर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा सहित पुलिस स्टाफ ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया।वही आज 5 मार्च को रात 9:00 बजे स्वतेन्द्र विश्वकर्मा, अभय गुप्ता एवं शर्लिन गुप्ता को लाया गया है। तीनों छात्रों को यूक्रेन के पोलैंड बॉर्डर से दिल्ली लाया गया और फिर दिल्ली से प्लेन के द्वारा जबलपुर लाया गया था। जिसके बाद उमरिया का पुलिस स्टाफ जबलपुर जाकर उन्हें अपने साथ उमरिया लाए। पुलिस स्टाप के द्वारा छात्रों को पहले सीधे स्थानीय पुलिस कोतवाली में लाया गया जहां परिजन और पुलिस अधिकारी व पुलिस स्टाफ ने छात्रों का वेलकम किया। कोतवाली परिसर में टीआई सुंदरेश सिंह मरावी, एसपी रीडर अमर सिंह, एसआई अमित पटेल, बृजेश सिंह, दीना सिंह एवं छात्रों के परिजनों ने गुलदस्ता भेंटकर, फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया।यूक्रेन से लेकर उमरिया तक के सफर के पूरे घटनाक्रम को साझा करते हुए छात्रा शर्लिन गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में शुरू हुए युद्ध के बाद हम काफी डरे हुए थे लेकिन इंडियन एंबेसी, भारत सरकार और उमरिया पुलिस उनका बराबर साथ दिया। उमरिया पुलिस लगातार  मोबाइल के माध्यम से  उनके संपर्क में थी, जिससे उनका मनोबल बढ़ता गया।छात्र स्वतेन्द्र विश्वकर्मा व अभय गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में जो मंजर उनके सामने था उसे याद कर उनकी रूह तक कांप जाती है। वह जिस हॉस्टल में थे वहां भी मिसाइल दागी गई जिससे हॉस्टल के कई माले धराशाई हो गए,लेकिन अच्छी बात यह रही कि भारत सरकार और एंबेसी की मदद से उन्हें पहले ही एक बंकर में सुरक्षित ले जाया जा चुका था और वे बंकर में 4 दिन गुजारे। उसके बाद उन्हें बॉर्डर पर ले जाया गया फिर फ्लाइट के माध्यम से दिल्ली।उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने उन्हें मुफ्त में यूक्रेन से उनके घर तक पहुंचाया है। इस बीच उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेन में पोलैंड बॉर्डर से पहले यूक्रेनिया ने उनके साथ बुरा बर्ताव भी किया, खैर वे सभी सुरक्षित अपने घर लौट आए हैं जिसकी खुशी उनको ज्यादा है।वही टीआई सुंदरेष सिंह मरावी ने बताया कि जैसे ही यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू होने की जानकारी मिली थी। वैसे ही पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में जिले की पुलिस टीम एक्टिव हो गई, और पूरे जिले में उन छात्रों का पता लगाया गया जो पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे। जानकारी के बाद हमारी पुलिस टीम लगातार छात्रों से मोबाइल और उनके परिजनों से संपर्क में थी। इस बीच छात्रों के परिजनों की परेशानी और चिंता को ध्यान में रखते हुए हमारी पुलिस टीम के द्वारा उनका ढांढस भी बंधाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि जिले के पूरे 5 छात्र सुरक्षित अपने घर लौट आए हैं।वहीं छात्रों के परिजनों ने भी पुलिस के इस व्यवहार की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा व पुलिस स्टाफ को विनम्र साधुवाद ज्ञापन ज्ञापित किया है।
वही आज 5 मार्च को रात 9:00 बजे स्वतेन्द्र विश्वकर्मा, अभय गुप्ता एवं शर्लिन गुप्ता को लाया गया है। तीनों छात्रों को यूक्रेन के पोलैंड बॉर्डर से दिल्ली लाया गया और फिर दिल्ली से प्लेन के द्वारा जबलपुर लाया गया था। जिसके बाद उमरिया का पुलिस स्टाफ जबलपुर जाकर उन्हें अपने साथ उमरिया लाए। पुलिस स्टाप के द्वारा छात्रों को पहले सीधे स्थानीय पुलिस कोतवाली में लाया गया जहां परिजन और पुलिस अधिकारी व पुलिस स्टाफ ने छात्रों का वेलकम किया। कोतवाली परिसर में टीआई सुंदरेश सिंह मरावी, एसपी रीडर अमर सिंह, एसआई अमित पटेल, बृजेश सिंह, दीना सिंह एवं छात्रों के परिजनों ने गुलदस्ता भेंटकर, फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया।

यूक्रेन से लेकर उमरिया तक के सफर के पूरे घटनाक्रम को साझा करते हुए छात्रा शर्लिन गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में शुरू हुए युद्ध के बाद हम काफी डरे हुए थे लेकिन इंडियन एंबेसी, भारत सरकार और उमरिया पुलिस उनका बराबर साथ दिया। उमरिया पुलिस लगातार  मोबाइल के माध्यम से  उनके संपर्क में थी, जिससे उनका मनोबल बढ़ता गया।
छात्र स्वतेन्द्र विश्वकर्मा व अभय गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में जो मंजर उनके सामने था उसे याद कर उनकी रूह तक कांप जाती है। वह जिस हॉस्टल में थे वहां भी मिसाइल दागी गई जिससे हॉस्टल के कई माले धराशाई हो गए,लेकिन अच्छी बात यह रही कि भारत सरकार और एंबेसी की मदद से उन्हें पहले ही एक बंकर में सुरक्षित ले जाया जा चुका था और वे बंकर में 4 दिन गुजारे। उसके बाद उन्हें बॉर्डर पर ले जाया गया फिर फ्लाइट के माध्यम से दिल्ली।

उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने उन्हें मुफ्त में यूक्रेन से उनके घर तक पहुंचाया है। इस बीच उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेन में पोलैंड बॉर्डर से पहले यूक्रेनिया ने उनके साथ बुरा बर्ताव भी किया, खैर वे सभी सुरक्षित अपने घर लौट आए हैं जिसकी खुशी उनको ज्यादा है।
वही टीआई सुंदरेष सिंह मरावी ने बताया कि जैसे ही यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू होने की जानकारी मिली थी। वैसे ही पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में जिले की पुलिस टीम एक्टिव हो गई, और पूरे जिले में उन छात्रों का पता लगाया गया जो पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे। जानकारी के बाद हमारी पुलिस टीम लगातार छात्रों से मोबाइल और उनके परिजनों से संपर्क में थी। इस बीच छात्रों के परिजनों की परेशानी और चिंता को ध्यान में रखते हुए हमारी पुलिस टीम के द्वारा उनका ढांढस भी बंधाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि जिले के पूरे 5 छात्र सुरक्षित अपने घर लौट आए हैं।
वहीं छात्रों के परिजनों ने भी पुलिस के इस व्यवहार की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा व पुलिस स्टाफ को विनम्र साधुवाद ज्ञापन ज्ञापित किया है।
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *