उमरिया (संवाद)। आज मंगलवार को शाम लगभग 4 से 5 बजे के बीच कार्यालय कलेक्टर के संयुक्त कार्यालय भवन के जिला आबकारी विभाग में उसे वक्त हड़कंप और अपरा तफरी मच गई, जब आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को लोकायुक्त टीम रीवा के द्वारा 1 लाख 20 हजार हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के मुताबिक फरियादी निपेंद्र सिंह के द्वारा रिश्वत की राशि 1 लाख 20 हजार रुपए जैसे ही आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को उसके कार्यालय में दी गई, उसके तुरंत बाद रिनी गुप्ता ने रिश्वत की राशि लेकर जल्दी कार्यालय से निकलकर घर जाने लगी। इस दौरान जैसे ही वह अपनी गाड़ी के पास पहुंची तभी फौरन लोकायुक्त टीम ने आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता को पकड़ लिया। इसके बाद फौरन उन्हें आबकारी कार्यालय ले जाया गया, जहां ट्रेपिंग की कार्यवाही की गई। रिश्वत की राशि 1,20000 रुपए जिला आबकारी अधिकारी गुप्ता के पास से बरामद की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक जैसे ही जिला आबकारी अधिकारी के पास से रिश्वत की राशि 1,20000 हजार लोकायुक्त की टीम ने जप्त किया। उसके बाद रिनी गुप्ता जोर-जोर से रोने लगी और वह गिड़गिड़ाते हुए लोकायुक्त टीम से माफ कर देने और भविष्य में कभी रिश्वत नहीं लेने की बात कहती नजर आई।
ट्रेपिंग कार्यवाही का विवरण
शिकायतकर्ता श्री निपेंद्र सिंह द्वारा शिकायत की गई थी कि जिला आबकारी अधिकारी उमरिया श्रीमती रीनी गुप्ता द्वारा शराब जपती का झूठा केस न बनने के आवाज में रिश्वत मांगी जा रही है उसके द्वारा बहुत दिनों से बहुत परेशान किया जा रहा है, इस बात की शिकायत लोकायुक्त संभाग रीवा के पुलिस अधीक्षक श्री गोपाल सिंह धाकड़ को की गई थी।उन्होंने इस शिकायत का सत्यापन कराया तो शिकायत सही पाई गई।
मिली जानकारी के मुताबिक जिला आबकारी अधिकारी श्रीमती रीनी गुप्ता द्वारा 30,000 रुपए प्रति महीना, 4 महीने का कुल 1,20,000 रुपए की डिमांड की गई थी। जिस पर से आज ट्रेप कार्यवाही आयोजित की गई। आज दिनांक 29.08.2023 को शाम 4 से 4:30 के बीच जैसे आरोपिया आबकारी अधिकारी रिनी गुप्ता द्वारा शिकायतकर्ता से 1,20,000 रुपए की रिश्वत की राशि ली गई,उसके तुरंत बाद लोकायुक्त टीम रीवा ने ट्रैप की कार्यवाही कर दी। ट्रैक किए जाने के बाद लोकायुक्त ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है।
बताया गया कि शिकायतकर्ता को झूठ शराब जपती केस में फंसा देने की धमकी आबकारी अधिकारी ऋणी गुप्ता के द्वारा दी जा रही थी। और इसके लिए फरियादी से रीना गुप्ता के द्वारा ₹30000 प्रति महीने रिश्वत दिए जाने का दबाव बनाया जा रहा था इससे परेशान होकर फरियादी ने इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त से की थी। ट्रिपिंग कार्यवाही के दौरान लोकायुक्त टीम रीवा के ट्रेपकर्ता अधिकारी प्रमेंद्र कुमार निरीक्षक ट्रेप दल के सदस्य प्रवीण सिंह परिहार उप पुलिस अधीक्षक,सहित 12 सदस्यीय टीम शामिल रही।