MP (संवाद)। बड़ी खबर मध्य प्रदेश से सामने आई है जहां मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कुंवर विजय शाह के खिलाफ हाई कोर्ट ने डीजीपी को 4 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। हाई कोर्ट के निर्देश के बाद पूरे राजनीतिक गलियारे सहित शासकीय और प्रशासनिक महकमें में खलबली मच गई है। मंत्री विजय शाह को उनका बेशर्मी भरा बयान भारी पड़ गया लगता है। कर्नल सोफिया पर बेनामी टिप्पणी से मचे बवाल के बाद एमपी हाईकोर्ट ने उनपर एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने मंत्री पर 4 घंटे में केस दर्ज करने को कहा है। हाईकोर्ट के जस्टिस अतुल ने इस केस पर संज्ञान लेते हुए आदेश जारी किया है।
दरअसल मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कुंअर विजय शाह ने आयोजित एक कार्यक्रम में कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने जमकर विरोध किया है और मंत्री को पद से हटाने की मांग कर डाली। मानपुर में आयोजित हलमा कार्यक्रम में मंत्री शाह ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, जिन आंतकियों ने पहलगाम में लोगों को मारा, उनके कपड़े उतरवाए, उन आंतकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा।
मंत्री विजय शाह ने कहा कि हमले का जवाब देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हीं की बहन को भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई। मंत्री के विवादित बयान के बाद राजनीति गरमा गई, तब उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ने वाले वालों को हमने उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है। उनके भाषण को अलग संदर्भ में नहीं देखना चाहिए। वो हमारी बहनें हैं। उन्होंने पूरी ताकत से सेना के साथ मिलकर काम किया है।
मंत्री के विवादित और आपत्तिजनक बयान से जब विरोध और राजनीति होने लगी तब उन्होंने इसे लेकर सफाई दी है उन्होंने कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी मेरे लिए सगी बहन से बढ़कर हैं, जिन्होंने उनका बदला लिया। मेरा किसी को ठेस पहुंचाने का न तो कोई इरादा था और न ही कोई इच्छा। अगर मेरी किसी बात से किसी को बुरा लगा हो, तो मैं दिल से माफी मांगता हूं। मंच से दिए गए अपने बयान पर उन्होंने भावनात्मक प्रतिक्रिया बताते हुए कहा कि यदि उनके शब्दों से किसी धर्म या व्यक्ति को ठेस पहुंची हो तो वह क्षमाप्रार्थी हैं। पार्टी की ओर से दी गई फटकार और विपक्ष के हमलों के बीच मंत्री शाह के इस बयान ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।
