भोपाल (संवाद)। मध्यप्रदेश में बहु प्रतीक्षित मंत्रिमंडल के विस्तार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। सुबह 8:45 बजे भोपाल स्थित राज भवन में शिवराज सरकार में शामिल किए गए तीन मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे। इस संबंध में बताया गया कि तीनों मंत्रियों के शपथ ग्रहण की तैयारियां पूर्ण कर ली गई है और राजभवन को भी शिवराज सरकार की ओर से पत्र भेज दिया गया है।
दरअसल मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार गठन के प्रारंभ से ही तीन मंत्रियों की जगह रिक्त रही है इसके लिए कई बार सरकार के द्वारा मंत्री बनाए जाने के लिए प्रयास किए गए वहीं कई बार ऐसा लगा या समझ में आया कि अब मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार तय हो चुका है लेकिन किन्हीं कारण बस यह विस्तार टलता चला गया।
लेकिन विधानसभा चुनाव के ठीक एक माह पूर्व आखिरकार वह समय आ ही गया जब शिवराज सरकार में रिक्त पड़े तीन मंत्री पदों को भरने की तारीख और समय तय किया जा चुका है। बीते तीन दिनों से लगातार मीडिया में सुर्खियों में रहे मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूरे प्रदेश में जहां अटकलें तेज रही हैं वहीं इन अटकलें में अब विराम लगाते नजर आ रहा है।
भारी विरोध और सियासत के बीच शिवराज सरकार अब पूरी तरीके से निर्णय और फैसला लेते हुए इन तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए कहीं ना कहीं मध्य प्रदेश के उन क्षेत्रों को तवज्जो दी गई है जहां इसकी आवश्यकता रही है। नए मंत्रिमंडल के विस्तार में बिना क्षेत्र से रीवा के पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद शुक्ला को शामिल किया गया है तो वही महाकौशल क्षेत्र से विधायक एवं पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
इसके अलावा तीसरे मंत्री के रूप में बुंदेलखंड से विधायक राहुल लोधी को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। निश्चित रूप से यह तीनों नेता अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावशाली रहे हैं, और शायद यही वजह रही है कि शिवराज सरकार को विंघ्य, महाकौशल और बुंदेलखंड को साधने के प्रयास में इन क्षेत्रों के नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। वही शिवराज सरकार के द्वारा इन तीन नेताओं को मंत्री बनाए जाने से ब्राह्मण समाज और ओबीसी वर्ग को साधने का प्रयास किया गया है।