आदिवासी चित्रकार जोधईया बाई का नाम पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित होने पर सीएम शिवराज ने दी बधाई

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एमपी (संवाद)। उमरिया जिेले के एक छोटे से गांव की रहने वाली 83 वर्षीय आदिवासी चित्रकार जोधईया बाई बैगा ने आज अपने उम्र के अंतिम पड़ाव में वह कर दिखाया है जिससे पूरा प्रदेश गौरवान्वित है।जोधईया बाई का नाम राष्ट्रीय पुरस्कार पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित होने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।जोधईया बाई शांति निकेतन, विश्व भारती विश्वविद्यालय, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, अदिरांग कार्यक्रम में शामिल हुई और सम्मानित हो चुकी है। मध्य प्रदेश जनजाति संग्रहालय भोपाल में जोधईया बाई के नाम से एक स्थाई दीवार बनी हुई है जिस पर इनके बनाए हुए चित्र लगे हुए हैं । मानव संग्रहालय में भी शामिल हो चुकी हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ना सिर्फ जोधईया को सम्मानित कर चुके हैं बल्कि उनसे मिलने उनके निवास और कर्मस्थली लोढ़ा ग्राम भी आये थे।आज जब जोधईया बाई का नाम पद्मश्री अवार्ड के लिए चयनित कर लिया गया है निश्चित रूप से उनके द्वारा इस उम्र में और जब बगैर पढ़े लिखें अचानक हाथों में ब्रुस और स्याही थाम ली। उन्होंने आदिवासी कला को पुनर्जीवन देने के साथ उसे अंतरराष्ट्रीय पटल तक पहुंचाना बड़े ही गौरव की बात है। सीएम शिवराज ने जोधईया बाई को उनके सम्मान के लिए ट्विटर पर लिखा की जनजातिय कला को संरक्षित कर अंतरराष्ट्रीय पहचान प्रदान करने के लिए वर्षों से समर्पित उमरिया की सशक्त सांस्कृतिक हस्ताक्षर जोधईया बाई बैगा जी को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित होने पर अनंत शुभकामनाएं, आज मध्यप्रदेश का प्रत्येक नागरिक आपके सम्मान से गौरवान्वित है। वही जिले के मानपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री सुश्री मीना सिंह, बांधवगढ़ क्षेत्र के विधायक शिव नारायण सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष दिलीप पांडे, डॉ केडी त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार सिन्हा ने जोधईया बाई से मिलकर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की है।जिले के भाजपा अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय ने अपने दल बल के साथ जोधइया बाई बैगा के घर और लोढ़ा स्थित उसकी कर्म स्थली जनगण तश्वीर खाना लोढ़ा पहुंचकर जोधइया बाई का स्वागत किया है।उन्हें माला और साल श्रीफल से स्वागत कर उनके पद्मश्री सम्मान के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है।
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