एमपी (संवाद)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नगरीय निकाय के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण और सम्मेलन कार्यक्रम के दौरान प्रमुख घोषणा की है।उन्होंने नगर निगम,नगरपालिका और नगर परिषद के नवनिर्वाचित महापौर,अध्यक्ष और पार्षदो का वेतनमान दोगुना करने की महत्वपूर्ण घोषणा की है।
इसके अलावा हर शहर को कचरामुक्त बनाने 5 साल में 4,900 करोड़ रूपये खर्च करेंगे,मुख्यमंत्री अधो-संरचना विकास योजना से सभी शहरों में होंगे 5 हजार करोड़ रूपये के कार्य,14 नगरों में आकाशीय मार्ग के लिये रोप-वे बनाये जायेगे,31 दिसम्बर 2020 की स्थिति में जो गरीब जहाँ रह रहा है, उसे वहीं का पट्टा दिया जायेगा,नगरीय निकायों के स्वयं के भवन निर्माण के लियेएक-एक करोड़ की राशि दी जाएगी,मुख्य नगरपालिका अधिकारियों के रिक्त पदों पर भर्ती शीघ्र की जायेगी,नवगठित नगरीय निकायों को व्यवस्थाओं के लिये दिये 80-80 लाख रूपये दिए जाएंगे,स्वच्छता और राजस्व वसूली में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नगरीय निकायों कोपुरस्कृत किया जाएगा,मुख्यमंत्री ने नव-निर्वाचित जन-प्रतिनिधियों को कार्यशाला में जन-कल्याण और विकास के टिप्स डीएम
सीएम शिवराज ने कहा कि नगरीय निकायों के जन-प्रतिनिधियों के मानदेय और भत्ते में दोगुने की वृद्धि की गई है। दस लाख से अधिक जनसंख्या के नगर पालिक निगमों में वर्तमान में महापौर को मानदेय 11 हजार, सत्कार भत्ता 2500, अध्यक्ष को मानदेय 9 हजार, सत्कार भत्ता 1400 और पार्षदों को मानदेय प्रतिमाह 6 हजार रूपये मिल रहा है। दस लाख से कम जनसंख्या वाले नगर पालिक निगमों के महापौर का मानदेय 11 हजार, सत्कार भत्ता 2500, अध्यक्ष को मानदेय 9 हजार, सत्कार भत्ता 1400 और पार्षद को 6 हजार रूपये मानदेय मिल रहा है।
इसी तरह नगर पालिका परिषद में अध्यक्ष का मानदेय 3 हजार रूपये सत्कार भत्ता 1800, उपाध्यक्ष का मानदेय 2400, सत्कार भत्ता 800 और पार्षद को मानदेय 1800 रूपये मिल रहा है। वहीं नगर परिषद में अध्यक्ष को मानदेय 2400 रूपये, सत्कार भत्ता 1100, उपाध्यक्ष को मानदेय 2100, सत्कार भत्ता 800 और पार्षद को 1400 रूपये मासिक मानदेय वर्तमान में मिलता है। इन सभी के मानदेय और भत्तों में दोगुना की वृद्धि की घोषणा गई है।