सीधी (संवाद)। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के आक्रामक रुख से सीधी जिला सहित पूरे प्रदेश के अधिकारी सकते में है। जहां आज सीएम शिवराज सीधी जिले में आयोजित जन सेवा अभियान के कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने मंच से ही 3 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद आम जनता ने जमकर तालियां बजाई। सीएम शिवराज के द्वारा लगातार महीने भर से की जा रही आक्रामक कार्यवाही से पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि सीएम शिवराज एक तरफ लापरवाह और गड़बड़ी करने वालों पर कार्यवाही कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अच्छा कार्य करने वाले और योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करने वाले अधिकारियों की पीठ भी थपथपा रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने सीधी जिले में ‘मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान’ के तहत आयोजित स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र मतलब जनता का राज, जनता को अपने काम के लिए दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़े। हमने तय किया जनता दफ्तर नहीं जाएगी, कर्मचारी और अधिकारी हर पंचायत में जाएंगे और जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे। सीधी जिले में अलग-अलग योजनाओं में 01 लाख 37 हजार 3 आवेदन आए थे। एक साथ इतने आवेदन प्राप्त होने के बाद लाभ पहुंचाने का काम आजादी के बाद से आज तक नहीं हुए। एक ओर विकास के काम, दूसरी ओर किसानों का कल्याण। हमने एक नहीं अनेक सिंचाई की योजनाएं पूरी कीं। इस बजट में हम अनुदान पर बिजली के ट्रांसफॉर्मर लगाने की योजना पुन: प्रारंभ करने वाले हैं। 25 दिसम्बर से ऐसे गरीबों को प्लॉट बांटने का काम शुरू कर दिया जाएगा, जिनके पास रहने की जगह नहीं है। हर माह रोजगार दिवस कार्यक्रम हो रहे हैं। प्रशासन क्लीन होना चाहिए। गड़बड़ करने वाले अगर हैं तो उनकी व्यवस्था भी करना होगी।
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सीधी (संवाद)। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के आक्रामक रुख से सीधी जिला सहित पूरे प्रदेश के अधिकारी सकते में है। जहां आज सीएम शिवराज सीधी जिले में आयोजित जन सेवा अभियान के कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने मंच से ही 3 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद आम जनता ने जमकर तालियां बजाई। सीएम शिवराज के द्वारा लगातार महीने भर से की जा रही आक्रामक कार्यवाही से पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि सीएम शिवराज एक तरफ लापरवाह और गड़बड़ी करने वालों पर कार्यवाही कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अच्छा कार्य करने वाले और योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करने वाले अधिकारियों की पीठ भी थपथपा रहे हैं।मुख्यमंत्री शिवराज ने सीधी जिले में ‘मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान’ के तहत आयोजित स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र मतलब जनता का राज, जनता को अपने काम के लिए दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़े। हमने तय किया जनता दफ्तर नहीं जाएगी, कर्मचारी और अधिकारी हर पंचायत में जाएंगे और जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे। सीधी जिले में अलग-अलग योजनाओं में 01 लाख 37 हजार 3 आवेदन आए थे। एक साथ इतने आवेदन प्राप्त होने के बाद लाभ पहुंचाने का काम आजादी के बाद से आज तक नहीं हुए। एक ओर विकास के काम, दूसरी ओर किसानों का कल्याण। हमने एक नहीं अनेक सिंचाई की योजनाएं पूरी कीं। इस बजट में हम अनुदान पर बिजली के ट्रांसफॉर्मर लगाने की योजना पुन: प्रारंभ करने वाले हैं। 25 दिसम्बर से ऐसे गरीबों को प्लॉट बांटने का काम शुरू कर दिया जाएगा, जिनके पास रहने की जगह नहीं है। हर माह रोजगार दिवस कार्यक्रम हो रहे हैं। प्रशासन क्लीन होना चाहिए। गड़बड़ करने वाले अगर हैं तो उनकी व्यवस्था भी करना होगी।इस दौरान उन्होंने आम जनता की शिकायत के आधार पर प्रभारी तहसीलदार रामपुर नैकिन आंचल अग्रहरी, को भी तत्काल प्रभाव से संस्पेंड कर रहा हूँ। इसके अलावा पूर्व मनरेगा अधिकारी प्रदीप शुक्ला और जिला शिक्षा अधिकारी पवन सिंह मंच से तत्काल सस्पेंड करने के निर्देश दिए है। सीएम ने बताया कि मनरेगा अधिकारी प्रदीप शुक्ला वर्तमान समय में कटनी जिले में पदस्थ हैं। लेकिन इसके पूर्व वह सीधी जिले में पदस्थ रहे हैं इनके द्वारा जिले में गड़बड़ियां की शिकायत पाई गई थी। इसीलिए उसे यहां से हटाया गया था लेकिन अब वह गड़बड़ियां कटनी जिले में भी कर रहे हैं इसलिए उन्हें तत्काल सस्पेंड किया जाता है।वहीं दूसरी तरफ सीएम ने अच्छा कार्य करने वाले और योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को पहुंचाने वाले अधिकारी अधिकारियों की पीठ भी थपथपाई है सीएम ने मझौली तहसीलदर वीके पटेल और डीपीसी स्कूल शिक्षा विभाग सुजीत मिश्रा की मंच से तारीफ की है।