भोपाल (संवाद) मध्यप्रदेश में जिला पंचायत और महापौर के निर्वाचन में प्रदेश सरकार के एक दर्जन मंत्रियों का अपने प्रभार वाले जिलों में बेहद खराब प्रदर्शन रहा है। जिसे लेकर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान खासा नाराज है। जिसके बाद प्रभारी मंत्रियों को नगरपालिका और नगर परिषद में अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सीएम शिवराज सख्त तेवर दिखाते हुए निर्देशित किया है कि प्रभारी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर सामंजस्य स्थापित करे और नगरपालिका और नगर परिषद में भाजपा पार्टी का ही अध्यक्ष बनाने का हर संभव प्रयास करे।
मध्यप्रदेश में बीते महापौर और जिला पंचायत के चुनाव में सरकार 11 मंत्रियों का परफार्मेंस बहुत ही पुअर रहा है।जिसमें प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, बिसाहूलाल सिंह,गोपाल भार्गव,इंदर सिंह परमार,हरदीप सिंह डंग,मोहन यादव,गोविंद राजपूत, भारत सिंह कुहवाह और जगदीश देवड़ा शामिल है।
प्रभारी मंत्री रामकिशोर कांवरे को सौंपी उमरिया नगरपालिका की जिम्मेवारी
जानकारी के मुताबिक उमरिया जिले अंतर्गत नगरपालिका और नगरपरिषद के चुनाव में भाजपा का कुछ खास प्रदर्शन नही रहा है और न ही इस चुनाव तालमेल देखने को मिला है। जिससे नाराज सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कड़ा एतराज जताया है। वहीं अब उन्होंने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में सभी से सामंजस्य बनाकर भाजपा की परिषद बनाने जिलों के प्रभारी मंत्रियों को कमान सौंपी है। जिसके तहत उमरिया जिले के प्रभारी मंत्री रामकिशोर कांवरे अब उमरिया जिले के अंतर्गत आने वाली नगर पालिका उमरिया सहित अन्य नगर परिषद में अपने पार्टी का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाने रणनीति तैयार करेंगे।
देखना होगा आने वाले समय 10 अगस्त को उमरिया नगरपालिका के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होना है ऐसे में जहां भाजपा परिषद बनाने में काफी दूर है और कांग्रेस बहुमत में है। इसके लिए सीएम शिवराज के निर्देश को पूरा करने प्रभारी मंत्री रामकिशोर कांवरे क्या रुख अख्तियार करते है।