बांधवगढ़ (संवाद) । पूरे देश मे दिल दहला देने वाली घटना जिसमे जबलपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भीषण अग्निकांड में 8 लोंगो की जिंदा जलकर मौत हो जाने के बाद एक्शन में आई मध्यप्रदेश सरकार और प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस को जांच के लिए निर्देशित किया था। जिसके बाद पुलिस के द्वारा हॉस्पिटल प्रबंधन के 4 डॉक्टर और 1 मैनेजर के ऊपर एफआई आर दर्ज की गई थी। इन्ही में से एक फरार आरोपी डॉक्टर को जबलपुर पुलिस ने उमरिया के बांधवगढ़ से गिरफ्तार किए जाने जानकारी मिली है।
दरअसल जबलपुर के दमोह नाका स्थित न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही और बगैर फायर सिक्युरिटी सिस्टम के अस्पताल का संचालन किये जाने से बीते 1 अगस्त को हुए भीषण अग्निकांड में अस्पताल में मौजूद 8 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई थी। जिसके बाद इस घटना ने पूरे जबलपुर सहित पूरे देश का दिल दहला कर रख दिया था। वहीं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर दुख जताते हुए पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद प्रशासन तुरंत एक्शन लेते हुए प्रथम दृष्ट्या हॉस्पिटल प्रबंधन को दोषी पाते हुए पुलिस ने प्रबंधन समिति के ऊपर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था।
इस मामले में पुलिस ने हॉस्पिटल प्रबंधन के डॉक्टर सुरेश पटेल,डॉक्टर संजय पटेल,डॉक्टर निशांत गुप्ता,डॉक्टर संजय सोनी और मैनेजर राम सोनी को आरोपी बनाया था। जिसमे एक आरोपी मैनेजर राम सोनी को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं इनमें से एक फरार आरोपी डॉक्टर संजय सोनी उमरिया के बांधवगढ़ के एक होटल में छिपे होने की जानकारी जबलपुर पुलिस को मिली थी। जिसके बाद जबलपुर पुलिस ने चुपचाप तरीके से आरोपी डॉक्टर की रेकी की और मौका देखकर कल 3 अगस्त को उसे गिरफ्तार कर जबलपुर ले जाया गया है।