अर्चना Missing Case: ग्वालियर से दिल्ली फिर नेपाल बॉर्डर अर्चना तिवारी का लगातार बदल रहा था लोकेशन,जानिए यह साजिश थी या सोची समझी रणनीति.?

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कटनी (संवाद)। एडवोकेट अर्चना तिवारी मिसिंग केस अब बिल्कुल सुलझता नजर आ रहा है। रेलवे एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने एक वीडियो जारी कर अर्चना तिवारी को नेपाल बॉर्डर से बरामद करने की पुष्टि की है। लेकिन इस बीच सबसे बड़ी बात यह है कि लगातार अर्चना का लोकेशन ग्वालियर, दिल्ली, मुरादाबाद और फिर नेपाल बॉर्डर तक पहुंच गया। पुलिस के अनुसार अर्चना को नेपाल बॉर्डर में स्थित उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से बरामद किया गया है।

पुलिस अधीक्षक रेलवे के अनुसार 12 दिनों से लापता अर्चना तिवारी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से बरामद कर लिया गया है अब बड़ा सवाल यह है कि अर्चना तिवारी नेपाल बॉर्डर तक कैसे और किसके साथ पहुंची। क्योंकि अर्चना तिवारी तो 7 अगस्त को इंदौर से अपने घर कटनी के लिए निकली थी लेकिन वह अपने घर कटनी ना पहुंच कर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर पहुंच गई।

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यह पूरा मामला पुलिस की जांच का विषय है लगातार 12 दिनों तक पुलिस रेलवे के पूरे ट्रैक जंगलों और नर्मदा नदी में अर्चना तिवारी को ढूंढते फिर रहे थी। स्थानीय मीडिया से लेकर नेशनल मीडिया तक अर्चना तिवारी की खबरें प्रमुखता से दिखाई जा रही थी। तरह-तरह की कयास लगाए जा रहे थे कि अर्चना कहीं मानव तस्करी या किसी साजिश का शिकार ना हो गई हो। लेकिन जब अर्चना तिवारी 19 अगस्त को सुबह अपनी मां से फोन पर बात करके कहा कि वह सकुशल और सुरक्षित है इसके बाद यह कयास लगाए जाने लगे कि कहीं अर्चना ने जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत तो यह सब नहीं कर रही थी.?

इसके अलावा भी कई तरह के सवाल अब खड़े हो रहे हैं हालांकि पुलिस हर एक मामले की जांच और हर एक मामले के तहत पूछताछ करेगी हो सकता हूं अर्चना तिवारी का किसी से प्रेम संबंध रहा हो और वह इसके चलते पहले ग्वालियर से दिल्ली मुरादाबाद होते हुए नेपाल बॉर्डर तक पहुंच गई। जीआरपी पुलिस एसएसपी राहुल कुमार लोधा के अनुसार अर्चना तिवारी को नेपाल बॉर्डर के लखीमपुर से बरामद कर लिया गया है और पुलिस उसे लेकर भोपाल के लिए रवाना हो गई है।

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संभवतः आज 20 अगस्त को अर्चना तिवारी भोपाल पहुंच जाएगी। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में अर्चना तिवारी से पूछताछ की जाएगी जिसमें उन सारे पहलू उजागर हो जाएंगे जिसके कयास लगाए जा रहे थे। पूरे मामले की असलियत और सच्चाई क्या है यह तो अर्चना तिवारी से पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। लेकिन लगातार 12 दिनों तक पूरे मध्य प्रदेश में यह मामला पुलिस और रेलवे पुलिस की नाक में दम कर दिया.? निश्चित रूप से इस मामले का खुलासा होना ही चाहिए.?

 

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