उमरिया (संवाद)। मध्यप्रदेश के पूर्वी और मध्य क्षेत्र के सभी इलाकों में अगले 24 घंटे में बारिश होने के आसार हैं। और इसी के साथ पूरे मध्य प्रदेश में मानसून दस्तक भी देगा। मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के पूर्व क्षेत्र में मानसून सक्रिय रूप से दस्तक देगा और इस दौरान लगभग 3 से 4 दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने बताया कि इस दौरान बारिश के साथ तेज आंधी तूफान, गरज चमक, और बिजली गिरने की आशंका व्यक्त की गई है। मध्यप्रदेश के पूर्वी क्षेत्र जिसमें उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, कटनी, जबलपुर और बैतूल जिले के आसपास के इलाकों में बारिश होने की संभावना है। और इसी के साथ मध्य प्रदेश में मानसून भी दस्तक देने वाला है। इस दौरान लगभग 3 से 4 दिनों तक बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। इस बीच तेज धूप और उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिलेगा। इसी के साथ नदी, तालाबों के जल स्रोत भी खुलने लगेंगे, इसके अलावा भीषण गर्मी से सूख चुके नदी, तालाब, कुएं और हैंडपंप में बारिश से जल स्तर भी बढ़ेगा।
मौसम विभाग से जुड़े वैज्ञानिको के अनुसार इस समय बंगाल की खाड़ी में मानसून का दबाव और नया सिस्टम बनने लगा है जिससे मानसून आने की पूरी संभावना है।
इधर बारिश के पूर्व कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक संपन्न हुई। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले के बाढ़ उन्मुख ग्रामों एवं नगरीय निकायों को चिन्हित किया जाए। साथ ही ऐसी जल संरचनाएं, बड़े जलाशय तालाब, नदी, नाले आदि जहां बाढ़ आने की आशंका हो उन्हें भी चिन्हित किया जाए। आपनें संबंधित अधिकारियों को बाढ़ आने के प्रमुख कारणों तथा सुरक्षा के उपाय करनें के निर्देश जल संसाधन विभाग , उप खण्ड अधिकारी राजस्व को दिए है। इसी तरह कलेक्टर ने प्राकृतिक जलाशयों एवं जल निकास हेतु बनाई गई नालियों की साफ सफाई, सिल्ंिटग हटानें, तालाबो के आस पास के अतिक्रमण हटाने तथा नालियों का निरीक्षण कर साफ सफाई के साथ ही जल निर्गम प्रणाली का आवश्यक रख रखाव करने के निर्देश कार्यपालन यंत्री जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यंात्रिकीय विभाग, समस्त संभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों , परियोजना अधिकारियों , शहरी विकास अभिकरण को दिए है। आपदा की पूर्व सूचना का व्यापक प्रचार प्रसार जनसंपर्क अधिकारी के माध्यम से करानें के निर्देश अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन को दिए गए।

इसी तरह आवश्यक सेवाओं विद्युत, संचार, सड़क एवं पुल पुलियो का रख रखाव तथा जर्जर पुल पुलियों का चिन्हांकन ऐसे नदी नाले जिनमें वर्षा के दौरान सड़क के उपर से पानी बहने की संभावना हो का चिन्हांकन कर बैरीकेट्स लगाने एवं कर्मचारी तैनात करने के निर्देश कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग , विद्युत मण्डल, प्रधानमंत्री सड़क योजना, एमपीआरडीसी के अधिकारियों को दिए गए है। बरसात के दौरान बाढ़ उन्मुख क्षेत्रों में भोजन की वस्तुओ का भण्डारण करनें के निर्देश जिला आपूर्ति अधिकारी को तथा आवश्यक दवाओं एवं उपकरण की व्यवस्था करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को, पालतू पशुओ के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाओं तथा चारा भूंसा की व्यवस्था करनें के निर्देश उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाओं को दिए गए है। बाढ़ की स्थिति में स्वास्थ्य एवं सफाई हेतु पर्याप्त साधनों की उपलब्धता , ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरीन टेबलेट, लाईम पाउडर का पर्याप्त भण्डारण करनें के निर्देश कार्यपालन यंत्री लो स्वास्थ्य यांत्रिकीय, सीएमएचओ तथा परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण को दिए है। इसी तरह बाढ़ की स्थिति में शुद्ध पेयजल परिवहन की व्यवस्था के निर्देश कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यंात्रिकीय विभाग को तथा राहत शिविर स्थापित करने वाले स्थानों का चिन्हांकन कर अतिरिक्त शिविरों की अस्थाई व्यवस्था करने के निर्देशन कार्यपालन यंत्री जल संसाधन , उप खण्ड अधिकारी राजस्व को दिए गए है।
आपदा की स्थिति में नांव, वोटर बोर्ड, रबर बोर्ड सहित अन्य उपकरणों की व्यवस्था के निर्देश होमगार्ड को तथा खोज एवं बचाव दलों का प्रशिक्षण कराने के निर्देश पुलिस अधीक्षक उमरिया को दिए गए है। बाढ़ के दौरान लोगो को सूचनाएं देने तथा उपायों के संबंध मे ंजानकारी देने हेतु जनसंपर्क के माध्यम से उपखण्ड अधिकारी एवं कार्यपालन यंत्री जल संसाधन द्वारा जन जागृति अभियान चलाया जाएगा। आपदा प्रबंधन हेतु प्रभारी अधिकारी राहत शाखा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला मुख्यालय में आपदा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित रहेगा।
बैठक में अपर कलेक्टर अशोक ओहरी, सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे।
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