MP: कलेक्टर और SDM में तनातनी, हाईकोर्ट के स्थगन के बाद भी SDM हो गये सस्पेंड

Editor in cheif
5 Min Read
नर्मदापुरम (संवाद)। मध्य प्रदेश की नर्मदा पुरम जिले में जिले के कलेक्टर और एक एसडीएम के बीच जमकर तनातनी देखने को मिली है जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारियों में स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। जिले की कुछ महिला कर्मचारियों की शिकायत के आधार पर कलेक्टर ने उन्हें SDM के पद से हटाया। चिरामन हाई कोर्ट चले गए और कलेक्टर के आर्डर को स्थगित करवा दिया। 28 मार्च को सुबह चिरामन को एसडीएम के पद पर बहाल किया गया और शाम को सस्पेंड कर दिया गया।

MP: कलेक्टर और SDM में तनातनी, हाईकोर्ट के स्थगन के बाद भी SDM हो गये सस्पेंड

मप्र राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर असवान राम चिरामन, नर्मदा पुरम जिले में सोहागपुर एसडीएम के पद पर पदस्थ थे। सरकारी फाइल के हिसाब से महिला कर्मचारियों ने उनके खिलाफ अभद्र भाषा में बात करने और आपत्तिजनक मैसेज करने का आरोप लगाया था। पटवारियों ने भी उनके खिलाफ शिकायत की थी। शिकायतें मिलने पर कलेक्टर ने 21 मार्च को उन्हें SDM पद से हटा हटाकर नर्मदापुरम कलेक्ट्रेट में वापस बुला लिया था। उन्होंने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी और 25 मार्च को हाई कोर्ट ने कलेक्टर के आर्डर पर स्थगन दे दिया था।

MP: कलेक्टर और SDM में तनातनी, हाईकोर्ट के स्थगन के बाद भी SDM हो गये सस्पेंड

इसके बाद दिनांक 26 मार्च को उन्होंने कलेक्टर कार्यालय में हाई कोर्ट का स्थगन आदेश जमा करवाया। इधर कलेक्टर ने इंटरनल इंक्वारी की। कलेक्टर सोनिया मीणा ने स्वयं महिला कर्मचारियों और पटवारियों के बयान लिए। इसकी रिपोर्ट कमिश्नर केजी तिवारी को सौंपी। शुक्रवार 28 मार्च की सुबह हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार कलेक्टर ने असवान राम चिरामन को SDM सोहागपुर के पद पर बहाल करने के आदेश जारी किए। इसी दिन देर शाम, कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर कमिश्नर केजी तिवारी ने, डिप्टी कलेक्टर असवान राम चिरामन को निलंबित किए जाने के आदेश जारी कर दिए।

MP: कलेक्टर और SDM में तनातनी, हाईकोर्ट के स्थगन के बाद भी SDM हो गये सस्पेंड

नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी ने कहा कि सोहागपुर के एसडीएम असवान राम चिरामन को नर्मदापुरम कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि चिरामन द्वारा आपत्तिजनक भाषा के प्रयोग को लेकर यह कार्रवाई की गई है। कलेक्टर की रिपोर्ट में पूरे घटनाक्रम का विस्तार से उल्लेख किया गया है। डिप्टी कलेक्टर चिरामन पिछले महीने पटवारी संघ से भी विवाद में रहे। उन्होंने कुछ पटवारियों का इंक्रीमेंट रोक दिया था, जिससे संघ नाराज हो गया और हड़ताल की चेतावनी दी थी। पटवारी संघ के विरोध के बाद चिरामन को झुकना पड़ा और उन्होंने आदेश वापस ले लिया था।

MP: कलेक्टर और SDM में तनातनी, हाईकोर्ट के स्थगन के बाद भी SDM हो गये सस्पेंड

इससे पहले भी चिरामन विवादों में रह चुके हैं। सिंगरौली जिले के चितरंगी में एसडीएम रहने के दौरान उनका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे एक महिला से जूते के लेस बंधवाते नजर आ रहे थे। उस वक्त मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें तत्काल हटा दिया था। इसके बाद वह नर्मदापुरम में पदस्थ किए गए थे। इस मामले में प्रतिक्रिया कर व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा भी था कि, गनीमत है SDM को सस्पेंड नहीं किया। डिप्टी कलेक्टर असवान राम चिरामन ने कहा, मैं पिछले आठ महीने से सोहागपुर में एसडीएम के पद पर रहा, मैंने अच्छा काम किया। इस दौरान केवल दो-तीन बार पटवारियों की बैठक ली। यह झूठा आरोप लगाया जा रहा है कि मैं उन्हें बैठक में डांटता था।

MP: कलेक्टर और SDM में तनातनी, हाईकोर्ट के स्थगन के बाद भी SDM हो गये सस्पेंड

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *