भिंड (संवाद)। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में रेत माफियाओं के द्वारा कलेक्टर के ऊपर हमला किया गया है, सुरक्षा कर्मियों के कारण कलेक्टर बाल बाल बच गए। यह घटना उसे वक्त हुई जब कलेक्टर एक प्राइवेट वाहन से अवैध रेट पकड़ने पहुंचे थे इस दौरान रेत माफियाओ ने अपनी ट्रैक्टर ट्राली छुड़ाने के लिए कलेक्टर के वाहन में पथराव कर दिया। कलेक्टर के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने फायरिंग कर कलेक्टर को सुरक्षित किया है।
ये उमरिया नहीं भिंड है साहेब- जरा संभलकर, रेत माफियाओ ने कलेक्टर के ऊपर किया हमला, सुरक्षा कर्मियों के चलते बाल-बाल बचे कलेक्टर
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दरअसल चंबल क्षेत्र के भिंड जिले में रेत और खनन माफिया के हौसले इतने बुलंद है कि इनके द्वारा इसके पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। भिंड जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव भी अवैध रेत पकड़ने एक प्राइवेट गाड़ी में पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने रेत से भरी ट्रैक्टर ट्राली भी पकड़ ली। इस दौरान ट्रैक्टर का ड्राइवर ट्रैक्टर छोड़कर भाग गया। इसके बाद कलेक्टर ने ट्रैक्टर ट्राली को जप्त करने वहां से थाने की ओर ले जा रहे थे, इसी दौरान रेत माफिया पहुंच गए और अपने ट्रैक्टर ट्राली छुड़ाने के लिए कलेक्टर की गाड़ी में पथराव कर दिया।
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बताया गया कि माफियाओं के द्वारा कलेक्टर की गाड़ी में पथराव होने के बाद मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने बंदूक से फायरिंग करना शुरू कर दी, इस कारण माफिया भाग खड़े हुए सुरक्षा कर्मियों ने पूरी जवाबदारी से न सिर्फ कैरेक्टर को हमले से बचाया बल्कि हवाई फायरिंग कर माफिया को तितर बितर करने में भी सफलता हासिल की है, यही वजह रही की सुरक्षा कर्मियों की फायरिंग से रेत माफिया भाग खड़े हुए।
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कलेक्टर और अन्य अधिकारियों की सूचना पर मौके पर पुलिस भी पहुंच गई थी, पुलिस ने माफियाओ के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश में जुटी है। बताया गया कि रेड माफिया अपने ट्रैक्टर ट्राली छुड़ाने के लिए दो वाहनों में भरकर आए थे जिन्होंने आते ही कलेक्टर की गाड़ी में पथराव करते हुए हमला बोल दिया।
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बता दें कि कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव इसके पहले उमरिया जिले के कलेक्टर भी रहे हैं, जहां वह कई बार कभी शराब, कभी रेत, कभी कबाड़ की गाड़ियां तो कभी अचानक बस की चेकिंग करने लगते थे, इस दौरान भी वह अपनी पहचान छुपा कर प्राइवेट गाड़ी में पहुंचते थे और छापामार कार्यवाही करते रहे हैं। लेकिन चूंकि उमरिया आदिवासी जिला होने के साथ-साथ बहुत ही शांति प्रिय जिला माना जाता है। यहां के लोग सज्जन और भोले भाले किस्म के हैं, इसलिए संजीव श्रीवास्तव यहां पर जमकर कलेक्टरी की है। लेकिन यह उमरिया जिला नहीं साहेब यह तो भिंड जिला है.? जरा संभलकर-जरा बचकर।