सीधी (संवाद)। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में लोकायुक्त की कार्यवाही शाहजहां शासकीय अधिकारी कर्मचारी शक्ति में है वही रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए नायब तहसीलदार अपना मुंह छुपाते फिर रहे हैं। इनके द्वारा फरियादी से 25000 की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। रीवा संभाग में लोकायुक्त ने 5 दिनों में 5 अफसरों को रिश्वत के मामले में रंगे हाथ दबोच है।
तहसीलदार को रिश्वत लेते नहीं आई शर्म,लोकायुक्त में पकड़े जाने पर कागज से छिपा रहे मुंह,5 दिन में 5 घूसखोर पकड़ाए
मिली जानकारी के मुताबिक सीधी जिले के मझौली तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार बाल्मिक प्रसाद साकेत के द्वारा फरियादी प्रवेश शुक्ल की परिवार की जमीन का कारनामांतरण आदेश जारी करने के लिए 50 हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी फरियादी के द्वारा रिश्वत नहीं देने पर नायब तहसीलदार नामांतरण कार्य को टालमटोल कर रहा था।
तहसीलदार को रिश्वत लेते नहीं आई शर्म,लोकायुक्त में पकड़े जाने पर कागज से छिपा रहे मुंह,5 दिन में 5 घूसखोर पकड़ाए
नायब तहसीलदार बाल्मिक प्रसाद साकेत की हरकत से परेशान होकर फरियादी प्रवेश शुक्ल ने इस पूरे मामले और घोष मांगने की शिकायत लोकायुक्त रीवा से कर दी लोकायुक्त के द्वारा फरियादी की शिकायत सत्यापन करने के बाद घूसखोरी नायब तहसीलदार को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया गया।
तहसीलदार को रिश्वत लेते नहीं आई शर्म,लोकायुक्त में पकड़े जाने पर कागज से छिपा रहे मुंह,5 दिन में 5 घूसखोर पकड़ाए
इसके बाद शुक्रवार को फरियादी प्रवेश शुक्ल के द्वारा जैसे ही रिश्वत की प्रथम किस्त के रूप में ₹25000 नायब तहसीलदार वाल्मीकि प्रसाद साकेत को दिए गए उसके तुरंत बाद लोकतंत्र रीवा की 12 सदस्य टीम ने छापा मार कार्यवाही कर नया तहसीलदार को रिश्वत की राशि ₹25000 सहित गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद लोकायुक्त ने घूसखोर अफसर के खिलाफ मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की है।
तहसीलदार को रिश्वत लेते नहीं आई शर्म,लोकायुक्त में पकड़े जाने पर कागज से छिपा रहे मुंह,5 दिन में 5 घूसखोर पकड़ाए
लोकायुक्त के हाथों पकड़े जाने के बाद नायब तहसीलदार वाल्मीकि प्रसाद मुख छुपाते नजर आए उनके द्वारा उन्हें कुछ नहीं मिला तो कागज से मुंह ढकने का प्रयास कर रहे थे। बता दें कि रीवा लोकायुक्त टीम के द्वारा रीवा संभाग के अंतर्गत बीते 5 दिनों मे 5 सरकारी अफसरों के खिलाफ रिश्वतखोरी की कार्यवाही की है। जिसमें राजस्व निरीक्षक, पटवारी, विद्युत विभाग के जेई, ग्राम पंचायत सचिव और नगर पालिका के सीएमओ लाल जी ताम्रकार को रिश्वत के मामले में रंगे हाथ पकड़ा गया है।