De-addiction public awareness campaign is being run by District Legal Services Authority Umaria under the leadership of District Judge and Secretary, District Legal Services Authority, in compliance with the annual action plan year 2022-23 sent by MP State Legal Services Authority, Jabalpur.
Under the aegis of District Legal Authority, a legal awareness camp was organized for the students of DK Institute in Naurozabad of Umaria district with the objective of making the students aware of the ill effects of drugs and the legal service scheme 2015 to the NALSA drug victims.
उमरिया (संवाद)। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के द्वारा प्रेषित वार्षिक कार्य-योजना वर्ष 2022-23 के पालन में जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के नेतृत्व में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उमरिया द्वारा नशा मुक्ति जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जिला विधिक प्राधिकरण के तत्वाधान में जिला उमरिया के नौरोजाबाद में डीके इंस्टिट्यूट के छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्प्रभाव एवं नालसा नशा पीड़ितो को विधिक सेवा योजना 2015 की जानकारी के उद्देश्य से विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
पैरा लीगल वालंटियर युवा हिमांशु तिवारी ने नशा पीडितों को विधिक सेवा योजना की जानकारी देत
हुये बताया की इस योजना के अंतर्गत संस्था के द्वारा नि?शुल्क विधिक सहायता प्रदान की जाती है साथ ही आमजन को नशा करने वाले पदार्थो से शारीरिक एवं मानसिक दुष्प्रभाव की जानकारी देकर जागरूक किया जाता है। अभियान के अंतर्गत शिविर के माध्यम से आमजन को नशे के दुष्परिणाम बताये जा रहे है ताकि आमजन नशे से दुर रहे और अपने परिवार का उचित ढंग से पालन पोषण कर सकें। साथ ही यही बताया की जो व्यक्ति नशा करते है और नशे पर नियंत्रण ना कर पाना उनका चुनाव नहीं बल्कि मजबूरी होती है जो धीरे-धीरे बड़ता जाता है और एक समय ऐसा आता है जो व्यक्ति 24 घंटे नशे में रहने लगता है, अधिक मात्रा में नशा लेने के कारण नशे पर उसकी शारीरिक एवं मानसिक परेशानी बड़ जाती है और वो चहाकर भी नशे से दूर नहीं हो पता है।
डीके इंस्टिट्यूट के संस्थापक दिलीप सिंह ने विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है और इस बुराई से लडऩे के लिए समाज के सभी लोगों को एकजुट होना होगा। तभी हम इस अभिशाप को जड़ से खत्म कर सकते है। नशा शरीर के लिए जहां खतरनाक है, वहीं अपराध का भी मुख्य कारण है।सेहत के साथ साथ समाज में नशा से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से लोगों को बताया गया। प्रधानाध्यापक रौशन कुमार ने बताया कि नशा करने वाले व्यक्ति के साथ इसका दुष्प्रभाव पूरे समाज पर पड़ता है।
ज्योति विश्वकर्मा ने कहा कि नशा अपराध मुक्त समाज की स्थापना के लिए हम सभी को मिलकर कदम उठाने होंगे, तभी यह मुहिम सार्थक होगी।
रविनेश चतुर्वेदी ने कहा कि नशा करने वाले पदार्थो से शारीरिक एवं मानसिक दुष्प्रभाव की जानकारी देकर जागरूक किया जाता है।नशे की रोकथाम के लिए नशामुक्ति केन्द्र के माध्यम से ईलाज करवाया जाता है किन्तु सर्वोत्तम उपाय यह है कि किशोर अवस्था में ही नशे से दूर रहे ताकि इस प्रकार की समस्या भविष्य में नहीं आये।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के डारेक्टर एवं प्राचार्य ने अतिथियों का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर डीके इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर दिलीप सिंह ,पैरा लीगल वालंटियर हिमांशु तिवारी ,ज्योति विश्वकर्मा रविनेश चतुर्वेदी,मुस्कान यादव,सकुन सेन,मुस्कान यादव,दिव्या राय,माही यादव, आरव ,अर्चना सिंह, समीर प्रजापति, सोनू सिंह राठौर,अरविंद सोनी,सकुन्तला ,प्रिया,सोनाली,रिया,संजना यादव,विवेक पटेल,ओ द्विवेदी, साहिल,आयुष ,रीना यादव,माया सिंह एवं सभी उपस्थित रहे।