जिले से 805 तालाब गायब,100 तालाबों का क्या होगा? गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में हुआ था दर्ज

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कौशल विश्वकर्मा,एडिटर इन चीफ।
उमरिया (संवाद) । जिले में जल अभिषेक अमृत योजना से 100 तालाब बनाने की तैयारी जिला प्रशासन कर रहा है। इसके पहले जिले में एक समय पर एक ग्राम एक सरोवर के तहत 805 तालाब बनाये गए थे और जिले का गीनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड मे दर्ज हुआ था। जबकि तालाबों का  निर्माण यही सब सरकारी एजेंसियां कर रही थी और बकायदे सभी तालाबो का भुगतान भी किया गया। इतना ही नही जब जांच हुई तब यह मामला सबके सामने आया कि धरातल में तालाब तो नही बने लेकिन सरकारी कागजों में जरूर बने है।
जिले में अब एक बार फिर तालाब बनाने की योजना है, जिसके लिए प्रशासन ने तैयारी भी कर ली है और सरकारी निर्माण एजेंसियों को निर्देश भी दिए गए है जिसके लिए जलाभिषेक अभियान का संचालन सरकार एवं समाज के सहयोग से किया जाएगा। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में अमृत जलाशय बनानें के निर्देश दिए गए है। उमरिया जिले में भी 100 अमृत जलाशय बनाएं जाएंगे। प्रत्येक जलाशय के लिए उपयोगकर्ता समूह का गठन भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जल संरक्षण , संवर्धन के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। पुष्कर धरोहर योजना के तहत पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार तथा उपयुक्त स्थलों पर जल संरक्षण से संबंधित संरचनाएं यथा कंटूर रेंच, खेत तालाब, चेक डेम, स्टॉप डेम, कलकुलेशन तालाब , रिचार्ज शाप्ट, नदी पुर्नजीवन के कार्य किए जायेंगे। कलेक्टर ने ग्रामीण विकास विभाग , ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा, जल संसाधन विभाग , कृषि विभाग, वन विभाग, खनिज विभाग सहित निर्माण कार्यो से जुड़े विभागों के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर उपयुक्त स्थलों का चयन कर डीपीआर तैयार करनें के निर्देश दिए है।
बहरहाल लगातार घटते जल स्तर को देखते हुए तालाबों का निर्माण और जहां बारिश का पानी बहकर चला जाता है वहां पानी को संरक्षित करने की बेहद आवश्यकता है।देखना होगा सरकार और प्रशासन की इस जलाभिषेक अभियान से बनने वाले 100 अमृत सरोवरों का अस्तित्व धरातल पर दिखाई देता है या उन 805 सरोवरों जैसा सिर्फ कागज में ही नजर आता है?
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