अनूपपुर (संवाद)। होली पर्व के दो दिन में सोन नदी में तीन जिंदगी समा गई है। शुक्रवार को एक युवक की नदी के गहरे गड्ढे में मौत हो गई थी उसी तरह की घटना शनिवार शाम को हुई। जिसमें दो युवक रेत खनन के लिए किए गए गहरे गड्ढे में नहाने गए और डूब गए। जिसमें से एक युवक के शव को शाम 6 बजे बाहर निकाल लिया गया जबकि दूसरे की तलाश गोताखोर कर रहे हैं। घटनास्थल पर पुलिस और लोगों की भीड़ बनी हुई है।
दो दिन में दो बड़ी घटनाओं ने जिला प्रशासन द्वारा नदी घाटों पर होली के पर्व पर किए जाने वाले सुरक्षा इंतजामों की भी पोल खोलकर रख दी है। मृतकों में आलोक केवट 19 वर्ष और अभय दि्वेदी 21 वर्ष दोनों निवासी बस्ती अनूपपुर हैं। बताया गया है कि शुक्रवार को अनूपपुर निवासी अंशुल पिता दीपक कुजुर 15 वर्ष रेत के लिए खोदे गए गहरे पानी में समा गया था। उसी तरह शनिवार को यह दोनों युवक भी गहरे पानी में चले गए। इनके साथ और भी कुछ लड़के थे उनके द्वारा जब बताया गया तब लोग नदी पहुंचे। होमगार्ड और एनडीआरएफ गोताखोर की टीम गहरे पानी में डूबे दोनों युवकों को तलाशना शुरू किया जिसमें से एक युवक आलोक केवट को पानी से बाहर निकाल लिया गया। जबकि दूसरे युवक अभय द्विवेदी की तलाश बनी हुई है।

बताया गया है कि शाम होने के कारण एक युवक के शव को खोजने में गोताखोरों की टीम को दिक्कत आ रही है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंच गए हैं। बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम भी बना हुआ है। इस घटना से लोगों ने भारी आक्रोश से कहा कि रेत ठेका कंपनी द्वारा मनमाने तरीके से रेत के लिए खोदे गए गहरे गड्ढों के कारण नदी की धार मौत का कुआं बन गई है इस मामले में खनिज विभाग के अधिकारियों और रेत ठेका कंपनी के ऊपर आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग भी रखी है।
Source:nai dunia