उमरिया (संवाद)। जिले के संवेदनशील और ईमानदार कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को आज पहली बार समझ मे आया कि नगर में गंदगी है।
खैर देर आये दुरुस्त आये,कलेक्टर साहब ने नगर में आज सुबह सफाई करने को लेकर मोर्चा खोल दिया और सबसे पहले उन्होंने हाथों में ग्लब्स पहनकर फावड़ा थाम लिया, अब सफाई कितनी हुई यह तो पता नही लेकिन नगरपालिका का अमला सफाई में जुटा रहा। इस बीच चौकाने वाली बात यह कि कलेक्टर ने सफाई के पहले ही दिन घर के बाहर सड़क, नाली की गंदगी को घर के दरवाजे पर टांग कर सुर्खियां बटोर ली। हालांकि यह सब कितना सही या गलत था, लोंगो की अपनी अपनी राय है।
दरअसल स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 को लेकर नगर पालिका द्वारा शहर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा जिसको लेकर नपा और सफाई कर्मी की कोशिश है कि नगर साफ सुथरा रहे, नपा द्वारा अनेकों तरीको से नगरवासियों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
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उमरिया (संवाद)। जिले के संवेदनशील और ईमानदार कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को आज पहली बार समझ मे आया कि नगर में गंदगी है।खैर देर आये दुरुस्त आये,कलेक्टर साहब ने नगर में आज सुबह सफाई करने को लेकर मोर्चा खोल दिया और सबसे पहले उन्होंने हाथों में ग्लब्स पहनकर फावड़ा थाम लिया, अब सफाई कितनी हुई यह तो पता नही लेकिन नगरपालिका का अमला सफाई में जुटा रहा। इस बीच चौकाने वाली बात यह कि कलेक्टर ने सफाई के पहले ही दिन घर के बाहर सड़क, नाली की गंदगी को घर के दरवाजे पर टांग कर सुर्खियां बटोर ली। हालांकि यह सब कितना सही या गलत था, लोंगो की अपनी अपनी राय है।दरअसल स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 को लेकर नगर पालिका द्वारा शहर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा जिसको लेकर नपा और सफाई कर्मी की कोशिश है कि नगर साफ सुथरा रहे, नपा द्वारा अनेकों तरीको से नगरवासियों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है।गौरतलब है कि स्वच्छता को लेकर आजादी के समय से देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने शुरू किया था,इसके बाद इस अभियान को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे बढ़ाया है,और नतीजे भी सामने आए है। पहले कई शहरों में गंदगी और कचरा पटा रहता था लेकिन अब लोंगो में जागरूकता आई और वही शहर आज साफ-सुथरे हो गए। लेकिन घर के बाहर का कचरा, घर मे पहुचाने का यह मामला पहला होगा?हालांकि उमरिया नगर को साफ-सुथरा करने में कलेक्टर साहब का यह अनोखा पहला प्रयास काफी अच्छा रहा। लेकिन यह प्रयास एक-दो दिन का दिखावा न रह जाये और क्या इसे कलेक्टर साहब निरंतर जारी रखेंगे यह बड़ा सवाल सभी के मन मे है।