भोपाल (संवाद)। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही इस बार मुख्यमंत्री न बन पाए हो, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश में बहनों के भाई और भांजे भांजियों के मामा का रिश्ता उनसे जीवन भर के लिए जुड़ गया है। इसके लिए वह कई बार बड़े भावनात्मक तरीके से भी इस बात को कह चुके हैं। वहीं अब सीएम शिवराज अपने नए आवास का नाम दिया है “मामा का घर” बकाया दे यह नाम बंगले के बाहर श्राइन बोर्ड में और नेम प्लेट लगाया गया है।
Bhopal: पूर्व सीएम शिवराज ने अपने नए आवास का नाम रखा “मामा का घर” एक बार फिर सुर्खियों में
दरअसल मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश भर की महिलाओं से भाई बहनों का रिश्ता जोड़ लिया था। वहीं उनके बच्चों के मामा भी बने हुए थे। इसका सबसे बड़ा उदाहरण 2023 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिला है, जहां चुनाव से कुछ दिन पहले शिवराज सिंह चौहान ने बहनों के लिए लाडली बहना योजना चलाकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने का प्रयास किया था।
Bhopal: पूर्व सीएम शिवराज ने अपने नए आवास का नाम रखा “मामा का घर” एक बार फिर सुर्खियों में
तभी से मध्य प्रदेश की सभा करोड़ से ज्यादा महिलाओ का सीधा जुड़ाव शिवराज सिंह चौहान से हो गया था। 2023 के विधानसभा चुनाव में भी लाडली बहनों के दम पर ही मध्य प्रदेश में बीजेपी को प्रचंड बहुमत के रूप में 163 सीटें मिली थी। बावजूद इसके शिवराज सिंह चौहान को इस बार भले ही मुख्यमंत्री ना बनाया गया हो लेकिन बहनों और भांजे भाइयों से उनका जुड़ाव आज भी वैसे ही है।
Bhopal: पूर्व सीएम शिवराज ने अपने नए आवास का नाम रखा “मामा का घर” एक बार फिर सुर्खियों में
पूर्व सीएम शिवराज ने कई बार इसको लेकर बयान भी दिया है कि वह भले ही मुख्यमंत्री नहीं है। लेकिन बहनों के भाई और भांजे भांजियों के मामा है और उनके द्वार हमेशा खुले रहेंगे, किसी भी जरूरत या मदद के लिए उनके नए आवास “मामा के घर” में बेहिचक लोग आ सकते। पूर्व सीएम शिवराज के द्वारा अपने नए आवास का नाम “मामा का घर” रखने के बाद एक बार फिर सुर्खियों में है।