MP (संवाद)। मध्यप्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय हुआ है, जिसमें प्रदेश के दर्जन भर जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। इसके अलावा अन्य लगभग 20 जिलों में मध्यम बारिश लगातार हो रही है। बीते एक सप्ताह से प्रदेश के 24 जिलों में कहीं भारी तो कहीं मध्यम बारिश का नजारा देखने को मिल रहा है। इसके पहले करीब महीने भर से प्रदेश में उमस भरी गर्मी से जहां लोग परेशान थे वही किसानो की फसलें भी सूखने की कगार पर पहुंच चुकी थी। लेकिन ठीक उसके पहले एक बार फिर मानसून मध्य प्रदेश में सक्रिय हो गया है। प्रदेश के लगभग दर्जन भर जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं वहीं प्रदेश की प्रमुख नदी नर्मदा भी खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बह रही है। जिलों में बारिश से बाढ़ के बने हालातो के कारण कई जिलों के स्कूलों की छुट्टियां भी कर दी गई है।
दरअसल मध्य प्रदेश में बारिश की शुरुआती दिनों में पहले मानसून के दौरान अच्छी बारिश का नजारा देखने को मिला था जहां पूरे प्रदेश में पहले ही बारिश में एक अच्छी बारिश देखी गई थी उसके बाद कुछ दिनों बाद मानसून प्रदेश से इस तरह गायब हो गया कि लोगों को चिंता सताने लगी थी पहली बारिश के बाद प्रदेश में लगभग एक महीने तक गर्मी और उमस से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा है। वही प्रदेश के किसानों की फैसले भी सूखने की कगार पर पहुंच चुकी थी लेकिन ठीक उसके पहले मानसून ने एक बार मध्य प्रदेश में फिर मेहरबान हुआ है जहां पूरे प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश तो कई जगह मध्यम बारिश का सिलसिला जारी है।
MP News: एमपी में एक बार फिर लौटा मानसून, प्रदेश के दर्जन पर जिलों में बाढ़ के हालात
बीते सप्ताह भर से पूरे मध्य प्रदेश में बारिश देखने को मिली है वहीं कुछ जिलों में अब बारिश से हालत बिगड़ने नजर आ रहे हैं लगातार बारिश से जहां नर्मदा नदी तूफान पर है और खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिस कारण मालवा क्षेत्र के इंदौर और बड़वानी के निचले स्तर पर पानी जमा हो गया है। क्षेत्रो के निचले स्तर पर पानी जमा होने के कारण लोगों के घरों में और सड़कों में तालाब जैसे माहौल निर्मित हो गया है। जिला प्रशासन के द्वारा भारी बारिश से बने बाढ़ की हालत के मद्दे नजर दो दिनों के लिए सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। इसके अलावा ताप्ती नदी भी खतरे के निशान से ऊपर है थिस कारण निचले क्षेत्र में पानी भर गया है वही बैतूल जिले में बने बांध से पानी छोड़े जाने के कारण ताप्ती नदी पुर तूफान पर है इस बांध के पांच गेट बीती रात्रि से ही खोल दिए गए हैं।
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नदी के तूफान में होने से इंदौर से खंडवा राजमार्ग मैं पढ़ने वाला ओंकारेश्वर रोड में बना पुल में पानी ओवर हो जाने के कारण सुरक्षा के लिए हाथ से आवागमन बंद कर दिया गया है ताप्ती नदी में अचानक बड़े जलस्तर के कारण पुल के नजदीक से पानी बह रहा है। इधर मध्य प्रदेश के भोपाल, जबलपुर, कटनी, उमरिया, शहडोल, रीवा, सतना और सिंगरौली में मध्यम बारिश हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी पर बने कम दबाव के क्षेत्र और अरब सागर से आ रही नमी के कारण इंदौर में तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन भी शहर में तेज बारिश होगी।उज्जैन में शुक्रवार रात से लगातार जारी तेज बारिश के कारण शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर डेम के पांच गेट खोलने पड़े हैं।
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इधर मध्य प्रदेश के शिवानी और उसके आसपास के जिलों में बारिश ने बीते 12 घंटे से मूसलाधार बारिश हुई है जिससे पूरे जिले और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बीते 15 घंटे से हो रही लगातार बारिश से जहां जन्म जीवन अब प्रभावित हो रहा है वहीं जिला प्रशासन के द्वारा सभी शासकीय शासकीय स्कूलों में दो दिन यानी 15 और 16 सितंबर को अवकाश घोषित किया है। जिले भर के निचले इलाकों में जहां जल जमा हो गया। वहीं जिला मुख्यालय से कई इलाकों का संपर्क कट गया है। जिला अंतर्गत हवागवन के लिए सड़कों में पानी भर जाने से कई जगह जाम की स्थिति उत्पन्न हुई थी लोगों का मानना है कि सिवनी में सितंबर माह में इस कदर बारिश कभी नहीं देखी गई।
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फिलहाल जिन जिलों में भारी बारिश से हालत बिगड़ रहे हैं। उन इलाकों में जिला प्रशासन के द्वारा होमगार्ड और पुलिस की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन के द्वारा जिलों के निचले इलाकों में जहां बार जैसे हालात बन सकते हैं वहां पर विशेष नजर रखी जा रही है। निचले इलाकों की बस्तियों और मोहल्लों में रह रहे लोगों को ऊंचे स्थानों पर पहुंचा जाने की कवायत भी शुरू हो चुकी है। मध्य प्रदेश सरकार ने भी एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम को भी सतर्क रहने के लिए निर्देश दिए गए हैं। राजस्व विभाग के अधिकारी भी लगातार क्षेत्र में नजर बनाए हुए हैं।