भोपाल/जबलपुर (संवाद)। पूरे देश सहित मध्यप्रदेश में भी ऑनलाइन गैम्बलिंग लोंगो को अपने गिरफ्त में ले रहा है। जिसको लेकर हाईकोर्ट जबलपुर ने सख्ती दिखाते हुए राज्य सरकार को इसे रोकने निर्देशित किया है। जिसके सरकार ने इसे प्रमुखता से लेते हुए इस पर काम शुरू कर दिया है।
दरअसल भारत मे 4 जी नेटवर्क आने के बाद लोगों इंटरनेट मोबाइल का उपयोग बड़ी तेजी से किया है। पूरे देश मे प्रतिदिन करोड़ो लोग मोबाइल के माध्यम से कई ऐसे इंटरनेट ऑनलाइन प्लेटफार्मो में पहुंच जाते है। भारत में बडी तेजी से इंटरनेट और ऑनलाइन गैम्बलिंग में यहां लोग उपयोग करते है और जुआं, सट्टा जैसे अवैध कारोबार में जुड़ जाते है। एक सर्वे के अनुसार भारत मे जिस तेजी ऑनलाइन गैम्बलिंग बढ़ी है उससे लगता है कि आने वाले समय मे भारत इस मामले में सभी देशों से आगे निकल जायेगा।
ऑनलाइन गैम्बलिंग से जहां लोग जुआं, सट्टा के लती हो रहे है वही वह अपना काम धंधा छोड़कर दिन रात इसी में जूझे रहते है। जुआं और सट्टे में हमेशा लोंगो का नुकसान ही हुआ है। मनुष्य अपनी धन दौलत और प्रॉपर्टी तक दांव लगाकर हार जाता है। इसी के मद्देनजर हाईकोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए सरकार को निर्देशित किया है कि ऑनलाइन गैम्बलिंग को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाये। हाईकोर्ट ने मध्यप्रदेश सरकार को 3 महीने का समय निर्धारित कर हाईकोर्ट की अगली 3 माह में अगली सुनवाई होनी है और इसके पहले सरकार इस मामले पर आवश्यक कार्यवाही कर कोर्ट को अवगत कराएगी।
इधर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने ऑनलाइन गैम्बलिंग को रोकने के लिए एक कानून बनाने जा रही है जिसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में ऑनलाइन गैम्बलिंग को रोकने और उसके लिए गाइडलाइन तैयार कर सरकार एक नया कानून बनाने जा रही है। जिससे ऑनलाइन गैम्बलिंग के माध्यम से अवैध जुआ,सट्टा और फ्राड को रोकने का काम करेगा वही इस आड़ में फ्राड करने वालों के लिए भी यह कानून काम करेगा। गृह मंत्री ने बताया कि सरकार ने इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।
ऑनलाइन जुए या गैंबलिंग का मतलब आम तौर पर दांव लगाने और पैसे कमाने के लिए इंटरनेट का उपयोग होता है। लेकिन फर्क बस इतना है कि ये वर्चुअल तरीके से खेला जाता है। भारत में सबसे ज्यादा तीन पत्ती (फ्लस) और रमी सबसे ज्यादा पसंदीदा है। ऑनलाइन यूजर्स ऑनलाइन पेमेंट मोड जैसे क्रेडिट, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग या यूपीआई के जरिए दांव लगाते हैं। कई बार लोंगो को लालच के तौर पर पेमेंट भी मिलता जिससे उनके अंदर उसे और भी खेलने के लिए लोग लालायित होते बाद में जब आप पूरी तरीके इस लत में फंस जाते है और आपको भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसके अलावा ऑनलाइन फ्राड की भी संभावना बनी रहती है। इसके अलावा इसकी आड़ में कई लोग और कंपनियां फ्राड भी करती है।