उमरिया (संवाद)। जिले को लगभग ढाई साल तक बर्बाद करने वाला जिले की आबोहवा बिगड़ने वाला रायतेबाज अब अपने स्थानांतरण के बावजूद भी पता नहीं क्यों जिले में टिका हुआ है। इतना ही नहीं वह लोगों को फोन लगाकर उनसे अफसोस व्यक्त करना माफी मांगना जैसे हरकत भी कर रहा है।
लोंगो ने बताया कि लगभग रायतेबाज का स्थानांतरण हुए 10 दिन बीत रहे हैं बावजूद इसके रायतेबाज जिले में ही देखा जा रहा है। इसके पीछे का कारण जो भी हो लेकिन उसका उमरिया से मोह नहीं छूट पा रहा है। इस रायतेबाज के कार्यकाल के दौरान जिले की दशा और दिशा दोनों बिगड़ गई है। जिले में जो छवि जिले की मुखिया के रूप में इसके पहले बनी थी उस छवि को इस रायतेबाज ने मटियामेट कर दिया है और यही वजह है कि इसको यहाँ से हटाए जाने पर अधिकारी कर्मचारियों के साथ आम जनता ने खुशी जाहिर की है। जबकि इसके पहले कई कलेक्टर यहां आ चुके हैं जिसमें कई अच्छे रहे हैं तो कईयों ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया था। इसके बाद भी उनके स्थानांतरण के बाद आम पब्लिक का रुझान उनके प्रति अच्छा ही रहा है लेकिन इस रायतेबाज के ट्रॉन्सफार के बाद पहली बार आम जनता में खुशी देखी गई है।
जिले में लोंगों के द्वारा अनेकों प्रकार की चर्चाएं इनके बारे में की जा रही है जिसमें यह बात प्रमुख रही कि रायतेबाज के स्थानांतरण के बाद भी उसका जिले में टिके रहना और जिले के नेता, पत्रकारों सहित अन्य लोगों को फोन लगाकर उसके द्वारा उनके खिलाफ या उनके किसी काम मे रायता फैलाने पर अब वह सभी को फोन लगाकर अफसोस जाहिर कर रहा है और अब उनसे माफी मांग कर उनके कामों को नए सिरे से नए कलेक्टर के समक्ष पेश करने की सलाह भी दे रहा है। जबकि उसके ढाई साल के कार्यकाल में उसने किसी का काम करना तो दूर उस काम में इतना रायता फैलाया है कि अब उसके जाने के बाद रायते को समेटना मुश्किल पड़ रहा है। इतना ही नहीं रायतेवाज के द्वारा लोगों को फोन के माध्यम से उनके किसी काम के नहीं करने के पीछे भी वह किसी अन्य व्यक्ति विशेष का हाथ होने की बात कहकर अब लोंगो को आपस मे लड़ाने जैसे नए तरीके का रायता फैला रहा है।
लोंगो ने बताया कि रायतेवाज का स्थानांतरण होने के बाद यहां से नहीं जाने के पीछे एक वजह यह जो समझ आती है। वह यह है कि इसके द्वारा किसी रिश्तेदार या घरवालों के नाम से यह बांधवगढ़-ताला स्थित गुरुवाही में एक रिसोर्ट का निर्माण कर रहा है। अपने कार्यकाल के दौरान इसने रिसोर्ट के निर्माण के कार्य को आगे बढ़ाया है और उसी कार्य के लिए वह यहां से जाने में देरी कर रहा है।