विंध्य प्रदेश की मांग का अलख जगाने मानपुर पहुंचें विंध्य संग्राम परिषद अध्यक्ष मुनेंद्र तिवारी 

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उमरिया (मानपुर)। विंध्य संग्राम परिषद के प्रदेश अध्यक्ष मुनेंद्र कुमार तिवारी विंध्य प्रदेश के पुनरोदय की मांग को लेकर आज जिले के मानपुर मुख्यालय में पहुंचे यहां उन्होंने नगर के मध्य स्थित होटल अनुग्रह में पृथक विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर एक आवश्यक बैठक ली। सभा की अध्यक्षता जनपद पंचायत मानपुर के अध्यक्ष पंडित राम किशोर चतुर्वेदी के द्वारा की गई।

इस अवसर पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि सदस्य ओपी द्विवेदी भारतीय सेना से सेवा प्राप्त बृज किशोर चतुर्वेदी, सेवानिवृत्त शिक्षक नंदकिशोर, मोहम्मद खालिक अंसारी, राहुल द्विवेदी, प्रभुदयाल तिवारी, आशुतोष त्रिपाठी, त्रिवेणी सरण, वीरेंद्र प्रभाकर, राम प्रमोद शुक्ला, श्रवण कुमार द्विवेदी, जय शर्मा आदि मौजूद रहे। विंध्य संग्राम परिषद के प्रदेश अध्यक्ष मुनींद्र तिवारी ने बताया कि 4अप्रैल1948 से 1नवंबर1956 तक विंध्य प्रदेश एक राज्य के रूप में अस्तित्व में रहा यहां पर शिक्षा बिजली पानी और रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ साथ विंध्य प्रदेश का विकास के पथ पर गतिशील था परंतु 1 नवंबर 1956 को इसे मध्यप्रदेश राज्य में विलय कर दिया गया और तब से आज तक विंध्य प्रदेश के वासियों के साथ दुराभाव किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि हमारे विंध्य प्रदेश में हीरे और कोयले की खानों सहित लौह अयस्क तक कि अपार संपदा है और विकास की घोर संभावनाएं जहां से सरकार को 42% राजस्व की प्राप्ति होती है किंतु इस 42 फ़ीसदी आय के पश्चात भी यहां पर महज 12 फ़ीसदी ही खर्च किया जाता है जिससे कहा जा सकता है कि प्रदेश और देश की सरकार हमारे विंध्य की आमदनी से फलीभूत हो रही फिर भी हमारे साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों, हमारी रीवा की बिजली से दिल्ली में मेट्रो ट्रेन दौड़ती है और पन्ना की खानों में कोहिनूर जैसे हीरे निकलते हैं फिर भी हम विंध्य क्षेत्र वासी आज तरक्की के मोहताज हैं विंध्य संग्राम परिषद के माध्यम से विंध्य प्रदेश के पुनरोदय की मांग लेकर मैं आज मानपुर पहुंचा हूं जहां पर मुझे अपार समर्थन मिला जिससे मेरी आवाज मजबूत हुई है मैं प्रत्येक विंध्य वासी से विंध्य प्रदेश के पुनरोदय की मांग को बुलंद करने की अपील करता हूं।

इस अवसर पर पंडित रामकिशोर चतुर्वेदी ने कहा कि अपने बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व हमारे यहां स्थित है जहां देश-विदेश से लोग बाघ दर्शन को आते हैं लेकिन हम या कोई स्थानीय अथवा हमारे रिश्तेदार यहां घूमना चाहे तो इसके लिए हमें हजारों रुपए खर्च करने के साथ बड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी जो आमजन के लिए कठिन है हम स्थानीय जन को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पार्क प्रबंधन द्वारा निशुल्क सफारी की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए क्योंकि आए दिन जंगली हाथी और जंगली जानवर हमारी फसलों सहित जान माल की नुकसानी हम क्षेत्रीय जन को उठानी पड़ती है और यहां पर्यटन से जो करोड़ों की आय होती है वह सरकार के खाते में जाता है वही पीसीसी डेलीगेट ओपी द्विवेदी ने भी विंध्यप्रदेश की पुनर्स्थापना के लिए एड़ी चोटी लगा देने की बात कही।

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