रेंजर के संरक्षण में हो रहा रेत का अवैध उत्खनन, एसडीओ ने पत्र लिखकर क्षेत्र संचालक से की शिकायत,रिसोर्टो को एनओसी देने में भी नियमो की अनदेखी

उमरिया/मानपुर(संवाद)। बांधवगढ़ के जंगल, मानपुर रेंज से रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है, और इसमें बड़ी बात यह है कि रेत का खनन मानपुर रेंजर के संरक्षण में हो रहा है। यह आरोप किसी और ने नहीं बल्कि मानपुर की फॉरेस्ट एसडीओ श्रद्धा पेन्द्रे ने लगाया है। अपने वरिष्ठ अधिकारियों को लिखे पत्र में एसडीओ श्रीमती श्रद्धा पेन्द्रे ने साफ लिखा है कि 1 मार्च को रेंज के कर्मचारियों ने रेत से भरा एक ट्रैक्टर पकड़ा था, जिसे रेंजर ने बिना किसी कार्यवाही के छोड़ दिया, उन्होंने इतना जरूर किया कि ट्रैक्टर को छोड़ने से पहले उसमें लदी रेत को रेंज कार्यालय में ही खाली करवा लिया।
एसडीओ के अवकाश के दौरान हुआ कारनामा
एसडीओ ने अपने अधिकारियों को लिखे पत्र में बताया कि वह 1 मार्च को अवकाश पर थी, तब रेत से भरा ट्रैक्टर पकड़ा गया था और उन्हें जानकारी दिए बिना ही रेंजर एम के अरिवार ने ट्रैक्टर को सांठगांठ कर छोड़ दिया। एसडीओ ने आरोप लगाया है कि पहले भी इस तरह के वाहनों को बिना सक्षम अधिकारियों से अनुमति लिए और बिना किसी कार्यवाही के छोड़ा है।
इतना ही नहीं उन्होंने रेत चोरी करने वालों से सांठगांठ कर रखी है और जंगल से रेत का अवैध उत्खनन करने वालों को संरक्षण दे रहे हैं। पत्र में यह भी लिखा की एसडीओ फॉरेस्ट श्रीमती श्रद्धा पेन्द्रे ने पहले भी फील्ड डायरेक्टर को इस मामले में पत्र लिखकर रेंजर की कारगुजारीयों की शिकायत कर चुकी है, लेकिन अधिकारियों ने ना जाने क्यों रेत चोरी करने वाले रेंजर को संरक्षण दे रखा है।
एसडीओ ने 22 फरवरी को एक पत्र में फील्ड डायरेक्टर को लिखा था। जिसमें कहा गया था कि पिछले वर्ष अगस्त में दर्ज किए गए रेत चोरी के एक मामले में जांच नहीं की जा रही है।
बताया जा रहा है कि इस मामले में भी जांच को रेंजर ने रोक रखा है। इसके अलावा जंगल के सीमा से लगे निर्माणाधीन रिसोर्ट-होटलों को भी एनओसी के मामले में वन विभाग और इको सेंसटिव के नियम को दरकिनार कर रेंजर उन्हें एनओसी दिए जाने की फिराक में रहते हैं। जबकि वन विभाग, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और इको सेंसेटिव जोन के तहत बनाए गए नियमों का पालन भी इनके द्वारा बिल्कुल नहीं किया जा रहा है।
बता दे कि एसडीओ श्रद्धा पेन्द्रे के द्वारा नियमों के तहत की जा वैधानिक कार्यवाही से खनिज माफिया सकते में है वही उनसे सांठगाठ रखने वाले रेंजर सहित अन्य कर्मचारियों के लिए एसडीओ आंखों की किरकिरी बनी हुई है। बीते दिनों पहले कुछ लोंगो के द्वारा एसडीओ श्रद्धा पेन्द्रे के खिलाफ शिकवा शिकायत कर अनर्गल आरोप भी लगाए गए थे।
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