उमरिया (संवाद)। युवा टीम उमरिया के द्वारा उमरिया नगर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण का संदेश देने के लिए दीवार लेखन का कार्यक्रम किया गया। सर्वप्रथम युवा टीम उमरिया के सदस्यों ने ग्राम के लोगों से संपर्क कर उन्हें पानी के दुरुपयोग को रोकने की समझाइश दी साथ ही पानी की एक-एक बूंद के महत्व को समझाया।
इसके उपरांत ग्राम के प्रमुख सड़कों की दीवारों पर जल संरक्षण एवं संवर्धन के स्लोगन लिख जागरूकता का कार्य किया। जिसमें हिमांशु तिवारी, ऋषभ त्रिपाठी,करन बैगा, पूजा परस्ते, लक्ष्मी सिंह, जितेंद्र तिवारी, विशेष सहयोग रहा।
टीम का नेतृत्व कर रहे हिमांशु तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जल बचाया जा सकता है, बनाया नहीं जा सकता ,इसकी एक एक बूंद जीवन के लिए कीमती है। इस आशय को लेकर अब युवा टीम उमरिया की टीम जिले के ग्रामीण इलाकों में जाकर ग्रामीणों को जल सरंक्षण एवं जैव विविधता की रक्षा के लिए जागरूक कर रही है ।

उन्होंने कहा कि दिनों दिन पृथ्वी में उपलब्ध जल भूमिगत होता जा रहा है ,ग्लोबल वार्मिंग निरतंर हो रहे वनों की कटाई के कारण आने वाले दिनों में जलसंकट की समस्या और विकराल रूप लेगी।एक अनुमान के अनुसार यहां भूमिगत जल 27 फीट से भी नीचे जा चुका है। यदि समय रहते जल सरंक्षण पर कार्य नहीं हुए तो इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे ।उन्होंने कहा कि यदि प्रकृति के आधारभूत तत्व बचे रहेंगे तभी वनस्पतियों एवं जीवों का अस्तित्व बना रहेगा उन्होंने ग्रामीणों को वर्षा जल संचयन के आइडिया शेयर किए एवं साथ ही अधिक से अधिक पौधरोपण के लिए प्रेरित किया। विशेषज्ञ डीसी पटेल ने ग्रामीणों को निरतंर हो रही पेडों की कटाई रोकने एवं जल के प्राकृतिक स्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए मोटिवेट किया।
उन्होंने बताया कि प्राकृतिक संसाधन अब सीमित रह गए हैं। हमें इनके सरंक्षण के लिए कार्य करना होगा।