Despite having the government of his own party in the state and the country, a senior BJP leader of the district is sitting on a fast unto death, and this leader is not sitting for any personal work or personal interest, but demanding investigation of corruption done by the officials and taking action. are protesting. No one else here but the ruling party’s district BJP media in-charge Shailendra Srivastava has been sitting on an indefinite fast unto death against corruption in front of Budhar tehsil of Shahdol district for the last 5 days.
शहडोल (संवाद)। प्रदेश और देश मे अपनी ही पार्टी की सरकार होने के बावजूद जिले के एक वरिष्ठ भाजपा नेता आमरण अनशन पर बैठे हैं, और यह नेता अपने किसी निजी काम या निजी स्वार्थ के लिए नहीं बैठे बल्कि अधिकारियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच की मांग और कार्यवाही को लेकर धरना दे रहे हैं। यहां कोई और नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के जिला भाजपा मीडिया प्रभारी शैलेंद्र श्रीवास्तव पिछले 5 दिनों से शहडोल जिले के बुढार तहसील के सामने भ्रष्टाचार के खिलाफ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।

बता दें कि धनपुरी सीएमओ और नवगठित नगर परिषद बकहो के प्रभारी रवि करण त्रिपाठी के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार भर्ती घोटाला और आम जनता के पैसों की लूट के खिलाफ धरना दे रहे हैं। इसके लिए वे इसके पहले कई बार यहां से लेकर भोपाल तक जांच कराने और कार्यवाही करने की शिकायत कर चुके हैं। लेकिन जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तब वे अनशन के लिए मजबूर हो गए।वहीं सीएमओ रविकरण के बारे में कहा जाता है कि वह स्थानीय स्तर से लेकर राजधानी भोपाल तक अच्छी पैठ रखते हैं, फिर चाहे वह प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारी हों या फिर राजनेता सभी में अपनी पैठ जमाए हुए हैं। और कार्यवाही ना होने का एक मुख्य कारण यह भी है कि वे समय-समय पर सभी को खुश भी करते रहते हैं।
कलेक्टर शहडोल को सौपे गए ज्ञापन में आमरण अनशन में बैठे जिला भाजपा के मीडिया प्रभारी शैलेंद्र श्रीवास्तव की प्रमुख मांगे इस प्रकार है-
– आईएएस अधिकारी पूर्व एसडीएम शेर सिंह मीणा की जांच रिपोर्ट एवं संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री मकबूल खान के जांच प्रतिवेदन का संज्ञान लेते हुए नगर पालिका परिषद धनपुरी के तत्कालीन प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी रवि करण त्रिपाठी पर कठोर कार्यवाही की जाए एवं उन पर प्रमाणित आरोपों के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए।
– बकहो भर्ती घोटाले में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों कर्मचारियों पर निलंबन के बाद आगे कार्यवाही को सुनिश्चित किया जाए एवं सभी लिप्त लोगों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज किए जाए।
-फर्जी व गलत तरीके से जिन 53 लोगों का संविलियन किया गया है। भर्ती घोटाले में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के आरोप प्रमाणित होने के बाद उन 53 लोगों की सेवा की स्थिति को स्पष्ट किया जाए एवं यह भी साफ किया जाए कि क्या पूरी भर्ती प्रक्रिया को निरस्त किया गया है। या नहीं?
– सरकार के महाधिवक्ता को तुरंत धनपुरी नगरपालिका के मुख्य नगर पालिका प्रभारी रवि करण त्रिपाठी जो कि भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के विभिन्न मामलों सहित बकहो भर्ती घोटाले में दोषी पाए गए हैं के द्वारा उच्च न्यायालय से प्राप्त स्थगन को निरस्त कराने के लिए भेज निर्देशित किया जाए
– बकहो भर्ती घोटाले के मामले में बड़े पैमाने पर पैसों के लेनदेन से भी इनकार नहीं किया जा सकता इसलिए 53 लोगों का संविलियन अनियमित रूप से नियमित पदों पर किया गया उनकी एवं उनके जो रिश्तेदार या संबंधी विभिन्न निकायों में कार्यरत हैं उनकी भूमिका की भी जांच कराई जाए। नगर परिषद बकहो के तत्कालीन रोजगार सहायक संतोष तिवारी की भी इस पूरे मामले में भूमिका की जांच होनी चाहिए एवं दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध भी कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।