बाढ़ से 371 ग्रामों के 13165 नागरिक प्रभावित,इधर कलेक्टर ने प्रभावित इलाकों में विभिन्न कार्यो हेतु सौपे दायित्व

विदिशा MP (संवाद)। जिले में विगत दिनों हुई अतिवृष्टि और बाढ़ से 371 ग्रामों के 13165 नागरिक प्रभावित हुए हैं के आशय की जानकारी जिला पंचायत सीईओ द्वारा व्हीसी के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक में प्राप्त हुई है।
जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट ने समस्त जनपदों के सीईओ सहित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित ग्रामों में जैसे ही पानी उतरता है ठीक वैसे ही सिल्ट निकालकर साफ-सफाई के का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से कराएं, उन्होंने प्रभावित ग्रामों में क्लोरीनेशन एवं ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव अनिवार्य रूप से कराए जाने के निर्देश दिए हैं समस्त बीएमओ एवं पीएचई के सहयोग से ग्रामवासियों को बीमारी की आशंका से देखते हुए स्वास्थ्य कैम्प आयोजित करने तथा 15वां वित्त आयोग की राशि से साफ-सफाई की उचित व्यवस्था, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के प्रबंध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे कर आवास प्लस की सूची में उनके नाम जिला कार्यालय को भिजवाने के निर्देश दिए हैं ताकि शासन को आवासों की मांग उपलब्ध कराने की प्रक्रिया क्रियान्वित की जा सके। अभी तक एक हजार 441 नागरिकों के द्वारा मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना देकर नाम दर्ज कराए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 233 संरचनाएं क्षतिग्रस्त होना बताया गया है जबकि 17 नल-जल योजनाएं बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं जिन्हें दुरूस्त कराने के निर्देश व्हीसी के द्वारा दिए गए हैं।
गौरतलब हो कि सभी जनपदों में एक-एक कंट्रोल रूम भी संचालित किया जा रहा है, व्हीसी समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले के सातों जनपदों के 371 ग्राम अतिवृष्टि व बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, इन ग्रामों के 13165 नागरिकों को भोजन के प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं। शत प्रतिशत 2084 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 3879 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। आवास प्लस की सूची में 1441 के नाम दर्ज किए गए हैं। बाढ़ के कारण 233 तालाब स्टॉप डेम संरचनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। क्षतिग्रस्त निर्माण संरचनाओं की अनुमानित लागत 375.85 लाख रूपए आंकलित की गई है।
कलेक्टर ने नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारियों को दायित्व सौंपे
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने बताया कि अगस्त माह 2022 में जिले में हुई अतिवृष्टि एवं बाढ़ के कारण वृहद मात्रा में प्रभावित आमजनों को विभिन्न प्रकार की सहायता, क्षतिग्रस्त मार्ग, सड़कों का पुर्नथापना, पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य परीक्षण एवं इलाज की सहायता कराई जानी है। इस महत्वपूर्ण कार्य को पूर्ण कराने हेतु कलेक्टर श्री भार्गव ने अधिकारियों को दायित्व सौंपे हैं।
कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित ग्रामों में साफ-सफाई, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, पेयजल स्रोत नल-जल योजना की मरम्मत एवं स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति, ग्रामीण मार्गो की मरम्मत एवं पुर्नस्थापना, ग्रामीण एवं वन क्षेत्रों में निर्मित तालाबों का निरीक्षण एवं मरम्मत संबंधी कार्य तथा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावित व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, स्वास्थ्य परीक्षण एवं इलाज की समुचित व्यवस्था करने का कार्य हेतु जिला पंचायत सीईओ डॉ योगेश भरसट को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है एवं जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ, आरईएस के कार्यपालन यंत्री, पीएचई के कार्यपालन यंत्री, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन एवं सहायक वन संरक्षक अधिकारी/ अनुविभागीय अधिकारी वन विभाग को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
इसी प्रकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मकान क्षति, फसल क्षति, पशु हानि सर्वेक्षण एवं राहत राशि का वितरण कार्य हेतु अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह को नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्री हर्षल चौधरी, जिले के समस्त एसडीएम एवं समस्त तहसीलदारों को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
क्षतिग्रस्त पुल पुलियों का निरीक्षण, सर्वेक्षण एवं पुर्नस्थापन संबंधित कार्य, क्षतिग्रस्त मार्गों का निरीक्षण, सर्वेक्षण एवं विस्थापन संबंधी कार्य, प्रभावित विद्युत लाइनों, सबस्टेशन, ट्रांसफार्मर का मरम्मत कार्य एवं विद्युत आपूर्ति को बहाल किए जाने हेतु अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह को नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्री तन्मय वर्मा, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री, ब्रिज कॉरपोरेशन के सहायक यंत्री, मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकारी इकाई 1 एवं 2 के महाप्रबंधक, एमपीआरडीसी भोपाल के संभागीय प्रबंधक, राष्ट्रीय राजमार्ग भोपाल कार्यपालन यंत्री एवं डिविजनल इंजीनियर मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड विदिशा बासौदा के अधीक्षण यंत्री को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
नगरीय क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित वार्डों में साफ-सफाई, पेयजल स्रोत, नल जल योजना की मरम्मत एवं स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति, नगरीय मार्गों की मरम्मत एवं पुर्नस्थापन, शहरी क्षेत्रों में प्रभावित व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, स्वास्थ्य परीक्षण एवं इलाज की समुचित व्यवस्था कार्य हेतु डिप्टी कलेक्टर एवं जिला शहरी विकास अभिकरण की परियोजना अधिकारी श्रीमती अमृता गर्ग को नोडल अधिकारी एवं समस्त मुख्य नगरपालिका अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। बाढ़ एवं राहत से समस्त विभागों की जानकारी संकलित कर राज्य शासन को प्रेषित करना, बाढ़ राहत से संबंधित बैठकों का आयोजन, बाढ़ कंट्रोल रूम प्रभारी एवं बाढ़ एवं राहत संबंधित शिकायतों के निराकरण हेतु डिप्टी कलेक्टर श्री हर्षल चौधरी को नोडल अधिकारी एवं अधीक्षक भू-अभिलेख कलेक्ट्रेट, अधीक्षक, कलेक्ट्रेट कार्यालय को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
बाढ़ से प्रभावित क्षतिग्रस्त महाविद्यालय स्कूल भवनों की मरम्मत संबंधी कार्य, बाढ़ प्रभावित अन्य शासकीय भवनों की मरम्मत संबंधी कार्य, प्रभावित आंगनबाड़ी भवनों की मरम्मत एवं स्वच्छ पोषण आहार का वितरण कार्य हेतु डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव को नोडल अधिकारी एवं पीआईयु के संभागीय परियोजना यंत्री, शासकीय महाविद्यालय प्राचार्य, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक एवं महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
बाढ़ राहत कैंपों में भोजन व्यवस्था, बाढ़ प्रभावितों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाना, प्रभावित खाद्यान्न सामग्री का निरीक्षण एवं कार्यवाही हेतु जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती रश्मि साहू को नोडल अधिकारी एवं नागरिक आपूर्ति निगम जिला प्रबंधक तथा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के जिला प्रबंधक को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।बांधों एवं नहरों का निरीक्षण एवं मरम्मत संबंधी कार्य हेतु सिंचाई विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री राजीव कुमार जैन को नोडल अधिकारी एवं सिंचाई विभाग बासौदा के कार्यपालन यंत्री को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
Fecbook vall: Jansampark office vidisha
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