उमारिया (संवाद)। जिले में जल अभिषेक अभियान के तहत बारिश के पानी को संरक्षित करने की प्रशासन की ओर से बड़ी तैयारी की जा रही है। जिला पंचायत की सीईओ ईला तिवारी ने वर्ष 2022-23 की आयोजना और क्रियान्वयन के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए है। जल अभिषेक अभियान के कार्यों के क्रियान्वयन का प्रदेश व्यापी शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा। यह आवश्यक है कि प्रत्येक जनपद स्तर में इस तिथि के पूर्व जल अभिषेक अभियान के अन्तर्गत लिये जाने वाले वर्षा जल संरक्षण और भूजल संवर्धन कार्यों की कार्ययोजना तैयार कर आवश्यक स्वीकृतियां जारी करा ली जाएं।
जल अभिषेक अभियान का क्रियान्वयन पूरे वर्ष होगा जो 2 चरणों में किया जाना है प्रथम चरण में ऐसे कार्य लिये जाने है जिन्हें जून 2022 तक पूरा किया जा सकता है एवं द्वितीय चरण में ऐसे कार्य लिये जाने के लिए जिन्हें आगामी मार्च 2023 तक पूर्ण किया जा सकता है। जल अभिषेक अभियान अन्तर्गत जनपद क्षेत्रान्तर्गत समस्त ग्राम पंचायतों एवं अन्य विभाग को निर्देशित करते हुये योजना में उपलब्ध राशि को ध्यान में रखते हुये जून 2022 तक पूर्ण किए जा सकने वाले एवं मार्च 2023 तक पूर्ण किए जा सकने वाले वर्षा जल संरक्षण और भूजल संवर्धन कार्यों का निर्धारण करने की समय सीमा 5 अप्रैल 2022 तक निर्धारित की गई हैं।
निर्धारित कार्यों की ड्राईंग डिजाईन एवं साइट स्पेसिफिक प्राक्कलन तैयार कर सक्षम प्राधिकारी से इन कार्यों की स्वीकृतियां जारी कराने की समय सीमा 7 अप्रैल 2022 निर्धारित की गई है। जल अभिषेक अभियान के लिए निर्धारित कार्यों का कार्यान्वयन तकनीकी मानदंडों को ध्यान में रखते हुये 11 अप्रैल 2022 तक अनिवार्यतः प्रारंभ करा लें। कार्यों के कार्यान्वयन की सक्षम अधिकारी द्वारा सतत मानीटरिंग की जायें। जल अभिषेक अभियान के अन्तर्गत लिए जाने हेतु निर्धारित किए गए वर्षा जल संरक्षण और भूजल संवर्धन कार्यों का विवरण जनपद पंचायत द्वारा ग्राम पंचायतों एवं अन्य विभाग से जानकारी संकलित कर प्रपत्र में तैयार कराकर गूगलशीट मे नियमित रूप से अपडेट किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए है कि उक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाकर की गई कार्यवाही से इस कार्यालय को अवगत कराना सुनिश्चित करें।