In Bandhavgarh Tiger Reserve, again a female tiger cub has died under suspicious circumstances. Instead of finding out the real reason for the untimely death of tigers by the same Tiger Reserve Management, the usual rote answer is that the tiger died in mutual conflict.
उमरिया/बांधवगढ़ (संवाद)। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फिर एक मादा बाघ शावक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। वही टाइगर रिजर्व प्रबंधन के द्वारा असमय हो रही बाघों की मौत की असली वजह तलाशने की बजाए हमेशा की तरह रटा रटाया जवाब होता है कि बाघ की मौत आपसी संघर्ष में हुई है।
प्रबंधन के द्वारा लगातार असली वजह को छोड़कर मामले में पर्दा डालने का प्रयास किया जाता है। जबकि यह बात सर्वविदित है कि दो बाघों की आपसी संघर्ष में एक बाघ की मौत होना तो बताया जाता है लेकिन दूसरे बाघ के बारे में प्रबंधन चुप रहता है। जबकि जब भी दो लड़ेंगे तो चोंटे भी दोनों को आएगी या दूसरा भी घायल अवस्था में होगा। जबकि इस बात की प्रबंधन को कोई जानकारी नहीं होती।
बीते समय के ऐसे कई मामले हैं जिनमें प्रबंधन ने साफ तौर पर दो बाघों को आपसी संघर्ष बताकर मामले से पल्ला झाड़ लेते है जिससे मौत की असली वजह सामने नहीं आ पाती है। जबकि सीधा सवाल है कि 2 की लड़ाई में एक की मौत तो दूसरे का क्या हुआ?
इस मामले में बांधवगढ़ प्रबंधन की माने तो 24 अप्रैल को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के अंतर्गत धनोखर बफर क्षेत्र के बीट बरबसपुर के कक्ष क्रमांक पी 126 पर गश्ती के दौरान एक अज्ञात बाघ शावक मृत अवस्था में पाया गया। जिसकी मौत दो बाघों के आपसी संघर्ष में होना प्रतीत होता है। प्रबंधन ने बताया कि आसपास घसीटने के निशान भी देखे गए हैं और नर बाघ के पद चिन्ह भी देखे गए हैं। मृत मादा शावक के सिर,पेट,पीठ व कान के पास गंभीर चोट के निशान हैं।
घटना की जानकारी के बाद उप वनमंडल अधिकारी धमोखर व वन परीक्षेत्र अधिकारी मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के प्रोटोकॉल के तहत घटना क्षेत्र में घेराबंदी कर क्षेत्र संचालक, उपसंचालक, सहायक संचालक, परीक्षेत्र अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी एवं एनटीसीए के सदस्यों की उपस्थिति में बाघ शावक के शव का पोस्टमार्टम कराकर सभी की मौजूदगी में शावक का शव दाह कराया गया है। मादा बाघ शावक की उम्र 7-8 माह की होना बताया गया है।
प्रबंधन ने बताया कि प्रथम दृष्टि मादा बाघ शावक की मौत, दो बाघों के आपसी संघर्ष से होना प्रतीत होता है। हालांकि पीएम में सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए लैब भेजी जाएगी, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही शावक की मौत की असली वजह सामने आ पाएगी।