
पर्यावरण की समझी कीमत, बचाने का लिया संकल्प, अंकुर अभियान पर 5100 से अधिक पौधे रोपे

उमरिया (संवाद)।आज के दौर बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग और उसके दुष्परिणाम को समझते हुए सभी पर्यावरण की कीमत को समझ गए हैं। इसके साथ ही कोरोना महामारी के दौर ने भी हमें प्रकृति, पर्यावरण के महत्व को समझाने के साथ उनके नजदीक आने और संरक्षण के लिए प्रेरित किया है। अंकुर अभियान के तत्वावधान में शुरू हुए पौधा रोपण अभियान पर मंगलवार को युवा टीम उमरिया के द्वारा शासकीय महाविद्यालय पाली के परिसर में पौधे रोपे किया पौधारोपण लिया सरंक्षण का संकल्प। पाली महाविद्यालय प्राचार्य डॉ गंगाधर ढोके ने कहा कि आज पर्यावरण प्रदूषण की समस्या वैश्विक समस्या है। हम सबको पर्यावरण संरक्षण के सामूहिक प्रयास करने होंगे। सनातन संस्कृति ही पर्यावरण का एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि विकास विनाश की शर्त पर नहीं होना चाहिए। हम पर्यावरण का दोहन करें, शोषण नहीं। विकास के नाम पर पेड़ काटे जा रहे हैं, उनके स्थान पर कुछ पौधे लगाकर कर्तव्यों की इतिश्री कर दी जाती है। हम स्वप्रेरित होकर पर्यावरण संरक्षण करना चाहिए।

कार्यक्रम संयोजक हिमांशू तिवारी ने कहा कि आज पर्यावरण प्रदूषण की समस्या वैश्विक समस्या है। हम सबको पर्यावरण संरक्षण के सामूहिक प्रयास करने होंगे। सनातन संस्कृति ही पर्यावरण का एकमात्र उपाय है। विश्व में जलवायु परिवर्तन से होने वाली समस्याओं की ओर चिंता व्यक्त की। हम सबको उमरिया जिले के प्रत्येक नगर व ग्राम पंचायतों के सभी मार्गों के दोनों ओर पेड़ पौधों को लगाने का संकल्प लेना चाहिए जिसके लिए युवा टीम में कार्य आरंभ भी कर दिया है।टीम के सदस्यों ने छात्र-छात्राओं व शिक्षकों से अपील की कि वह अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित बनाए रखें और इस बात को अपने प्राथमिक कर्तव्य की तरह लें कि हमें अपने पर्यावरण को स्वच्छ ही नहीं बनाना है, अपितु उसको संरक्षित भी करना है। पौधे रोपते समय प्राचार्य डॉ गंगाधर ढोके,समाजसेवी अंकित साहू,हिमांशू तिवारी,नरेश प्रजापती,श्रीराम तिवारी,महेंद्र तिवारी,पूजा परास्ते,ज्योति विश्वकर्मा एवं सभी उपस्थित रहे।
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