उमरिया (संवाद)। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैगा चित्रकारी की आईकान बन चुकी जोधईया बाई बैगा का नाम दूसरी बार पद्मश्री के लिए भेजा गया है। इस बार उनका नाम जनजातीय संग्रहालय मध्यप्रदेश भोपाल से भेजा गया है। इसके पहले पिछली बार जिला प्रशासन ने पद्मश्री के लिए उनका नाम भेजा था, लेकिन उन्हें यह सम्मान नहीं मिल पाया था। हालांकि बाद में इसी साल उन्हें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी शक्ति सम्मान दिया गया था। 85 वर्ष की उम्र पार कर चुकी बैगा चित्रकार जोधईया बाई के कई चित्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुके हैं। जिससे उनका नाम ट्रायबल आर्ट की दुनिया में फेमस हो चुका है। उनकी चित्रकारी को उनके गुरु स्व. श्री आशीष स्वामी ने तराशने का काम किया था।
जोधईया के नाम पर दीवार
जोधईया बाई शांति निकेतन, विश्व भारती विश्वविद्यालय, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, अदिरांग कार्यक्रम में शामिल हुई और सम्मानित हो चुकी है। मध्य प्रदेश जनजाति संग्रहालय भोपाल में जोधईया बाई के नाम से एक स्थाई दीवार बनी हुई है जिस पर इनके बनाए हुए चित्र लगे हुए हैं । मानव संग्रहालय में भी शामिल हो चुकी हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ना सिर्फ जोधईया को सम्मानित कर चुके हैं बल्कि उनसे मिलने उनके निवास और कर्मस्थली लोढ़ा ग्राम भी पहुंच गए थे।
मुख्यमंत्री
डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारे
किसान भाई ही मध्यप्रदेश की
अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।
किसानों का हित हमारे लिए
सर्वोपरि है। सरकार का हर
निर्णय किसानों के कल्याण को
ध्यान में रखकर ल - 18/10/2025