पन्ना/शहडोल (संवाद)। अक्सर सुनने में आता है या फिल्मों में दिखाया जाता है कि सरकारी नौकरी में पदस्थ पति के द्वारा घूसखोरी और रिश्वतखोरी से जुटाए पैसे घर लाने पर पत्नी के द्वारा उसे घूस नहीं लेने और ईमानदारी से काम करने की सलाह दी जाती है। लेकिन यहां पर मामला कुछ और ही समझ आता है। यहां पर पहले पति को रिश्वतखोरी के मामले में लोकायुक्त की टीम रंगे हाथ गिरफ्तार करती है, तो 6 महीने बाद उसकी पत्नी जो सरकारी नौकरी में पदस्थ है, उसे भी रिश्वत के आरोप में लोकायुक्त टीम गिरफ्तार कर ली है।
बीते 6 अप्रैल 2022 की बात है जहां शहडोल जिले के उप पंजीयक के पद पर पदस्थ जय सिंह सिकरवार को बगैर नियम कानून के रिश्वत के बल पर जमीनों की रजिस्ट्री आदि कराई जा रहेे थी, इस दौरान शिकायतकर्ता के द्वारा रजिस्ट्री के नाम पर उप पंजीयक और एक दलाल के द्वारा 1 लाख की रिश्वत मांगने की शिकायत उसने ईओडब्ल्यू रीवा से कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर ईओडब्लू की टीम ने छापामार कार्यवाही की थी जिसमें 1 लाख की रिश्वत लेने और भूमि की रजिस्ट्री से जुड़े कई कागजात भी ईओडब्ल्यू के हाथ लगे थे।
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पन्ना/शहडोल (संवाद)। अक्सर सुनने में आता है या फिल्मों में दिखाया जाता है कि सरकारी नौकरी में पदस्थ पति के द्वारा घूसखोरी और रिश्वतखोरी से जुटाए पैसे घर लाने पर पत्नी के द्वारा उसे घूस नहीं लेने और ईमानदारी से काम करने की सलाह दी जाती है। लेकिन यहां पर मामला कुछ और ही समझ आता है। यहां पर पहले पति को रिश्वतखोरी के मामले में लोकायुक्त की टीम रंगे हाथ गिरफ्तार करती है, तो 6 महीने बाद उसकी पत्नी जो सरकारी नौकरी में पदस्थ है, उसे भी रिश्वत के आरोप में लोकायुक्त टीम गिरफ्तार कर ली है।बीते 6 अप्रैल 2022 की बात है जहां शहडोल जिले के उप पंजीयक के पद पर पदस्थ जय सिंह सिकरवार को बगैर नियम कानून के रिश्वत के बल पर जमीनों की रजिस्ट्री आदि कराई जा रहेे थी, इस दौरान शिकायतकर्ता के द्वारा रजिस्ट्री के नाम पर उप पंजीयक और एक दलाल के द्वारा 1 लाख की रिश्वत मांगने की शिकायत उसने ईओडब्ल्यू रीवा से कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर ईओडब्लू की टीम ने छापामार कार्यवाही की थी जिसमें 1 लाख की रिश्वत लेने और भूमि की रजिस्ट्री से जुड़े कई कागजात भी ईओडब्ल्यू के हाथ लगे थे।बताया गया कि उस दौरान उप पंजीयक जय सिंह सिकरवार की पत्नी श्रीमती ज्योति सिंह सिकरवार बतौर निरीक्षक महिला थाने शहडोल में पदस्थ रही है। जिसके बाद हाल ही में बीते महीने ज्योति सिंह सिकरवार का ट्रांसफर शहडोल से पन्ना जिले के देवेंद्र नगर में थाना प्रभारी के रूप में हो गया। लेकिन वह भी पति के साथ हुई कार्यवाही से सीख नहीं ली और रिश्वत का सुर इस कदर सवार रहा की वह भी एक मामले में शिकायतकर्ता का किसी एफआईआर में नाम काटने के बदले 50 हजार की रिश्वत मांगी गई थी। इसकी शिकायत शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त सागर से कर दी जिसके बाद लोकायुक्त सागर की टीम ने थाना प्रभारी ज्योति सिंह सिकरवार और एक हवलदार अमर सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।हालांकि इस कार्यवाही के दौरान पुलिस थाना देवेंद्र नगर में पुलिस और लोकायुक्त के बीच जमकर झड़प हुई है।इस दौरान रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार थाना प्रभारी ज्योति सिंह सिकरवार मौके से फरार हो गई, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया है और कार्यवाही की गई है।