तो क्या CM शिवराज आने वाले समय में अपने गांव जैत में रहेंगे और दरी बिछाने का काम करेंगे?

Editor in cheif
4 Min Read
भोपाल (संवाद)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे अब अपने निवास ग्राम जैत में रहेंगे और दरी बिछाने सहित जो काम पार्टी का एक छोटा कार्यकर्ता करता है मैं अब वह भी करूंगा। पार्टी और संगठन जो भी जिम्मेदारी मुझे सौपेगा मैं उसे बखूबी निभाउंगा। संगठन कहेगा गांव में रहो तो मैं गांव में रहूंगा और संगठन कहेगा भोपाल में रहो तो मैं भोपाल रहूंगा।
दरअसल पिछले दिनों भरतीय जनतापार्टी भाजपा के केंद्रीय संगठन के द्वारा केंद्रीय संसदीय बोर्ड और चुनाव अभियान समिति का गठन नए सिरे से किया गया है। जिसमें कुछ महत्वपूर्ण नए चेहरों को शामिल किया गया है। लेकिन कुछ ऐसे लोंगो को बाहर का रास्ता दिखाया गया है कि जिससे पूरी भाजपा में खलबली मची हुई है। हालांकि यह निर्णय भाजपा संगठन के राष्ट्रीय स्तर और पार्टी हुक्मरानों का है इसलिए सिर्फ चर्चा का विषय और खलबली के अलावा और कुछ नही है लेकिन अंदर खाने बड़ी बड़ी बातें भी चल रही है।
बताते चले कि बीते 17 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के द्वारा भाजपा के नए संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति की घोषणा किया गया था। इस बोर्ड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 11 नेताओं को शामिल किया गया है। लेकिन इस बार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस संसदीय बोर्ड और भाजपा की चुनाव समिति के अध्यक्ष होंगे, वहीं सर्बानंद सोनोवाल व बीएस येदियुरप्पा को भाजपा बोर्ड में शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि संसदीय बोर्ड भाजपा की सबसे शक्तिशाली संस्था है। पार्टी के तमाम बड़े फैसले इसी बोर्ड के जरिए लिए जाते हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को संसदीय बोर्ड में जगह नहीं मिली, लेकिन उन्हें एक और शक्तिशाली निकाय चुनाव समिति का सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा वनमंत्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान के रहने वाले ओम माथुर को भी इस चुनाव समिति में शामिल किया गया है।
जिसके बाद जैसे यह खबर आम हुई पूरे मध्यप्रदेश और भाजपा संगठन में खलबली मची हुई है तरह तरह चर्चाये संगठन से जुड़े लोंगो की सोंच और कमेंट आ रहे है। सभी का मानना है कि लगातार 4 बार से मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहने के बावजूद उन्हें भाजपा के सबसे ताकतवर समिति से दूर किया गया है इतना ही नही वे पहले उस समिति में शामिल रहे है, उन्हें इस तरह से बाहर करना संदेह को जन्म देता है। वहीं सीएम शिवराज को बाहर करने का निर्णय पार्टी हुक्मरानों का है इसलिए इसके पीछे की कोई महत्वपूर्ण वजह मानी जा रही है। इसके अलावा इस समिति से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी बाहर कर दिया गया है।
इधर इस मामले में सीएम शिवराज की आज शनिवार को एक कार्यक्रम में पहली प्रतिक्रिया सामने आई है उनका मानना है कि यह निर्णय राष्ट्रीय संगठन का है और संगठन जो चाहेगा वही होगा। मेरे लिए भी संगठन जो कुछ तय करेगा और जो भी जिम्मेदारी मुझे दी जाएगी वह मैं पूरे निष्ठा से करूँगा। मेरे मन व्यक्तिगत महत्वकांछा नही है। संगठन मुझे दरी बिछाने के लिए कहेगा,मेरे गाँव जैत में रहने के कहेगा या भोपाल में रहने के लिए कहेगा तो मैं राष्ट्र निर्माण के वह सबकुछ करूँगा जो संगठन तय करेगा।
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *