शहडोल (संवाद)। जिले के जयसिंह नगर इलाके में एक बार फिर जंगली हाथियों के दल ने दस्तक दी है और दस्तक देते ही जयसिंह नगर व वन परिक्षेत्र के नंदना गांव में रात्रि अपने घर के आंगन में सो रहे परिवार पर जंगली हाथियों के दल ने हमला बोल दिया जिसमें एक महिला की हाथियों के कुचलने से मौत हो गई। वहीं महिला का पति गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसका इलाज शहडोल के जिला चिकित्सालय में कराया जा रहा है। इसके अलावा जंगली हाथियों ने उस पीड़ित परिवार के घर को भी निशाना बनाया और उसके घर को तहस-नहस कर दिया है।
घटना के संबंध में जयसिंह नगर वन परिक्षेत्र की रेंजर अभिलाषा राव ने बताया कि घटना जयसिंहनगर क्षेत्र के नंदना गांव की है। जहां गुरुवार की रात एक परिवार अपने निर्माणाधीन मकान के बाहर आंगन में सो रहा था। तभी रात्रि करीब 12:30 बजे जंगली हाथियों के दल ने धावा बोल दिया जिसमें द्रोपती नामक महिला उम्र 40 वर्ष की हाथियों से कुचल जाने के कारण मौके पर मौत हो गई। वहीं महिला का पति रामकरण उम्र 48 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसको उपचार के लिए शहडोल जिला चिकित्सालय भेजा गया है।
रेंजर अभिलाषा ने बताया कि जंगली हाथियों के झुंड में लगभग 10 हाथी है जो जयसिंह नगर वन क्षेत्र में डेरा जमाए हुए हैं। उन्होंने बताया कि वनक्षेत्र से लगे गांवों में एहतियातन अलर्ट जारी किया गया है। गांव वालों को समझाइश दी जा रही है कि इन हाथियों से दूर रहें और जंगल की तरफ बिल्कुल ना जाएं। हालांकि वन विभाग की टीम हाथियों की निगरानी और उनके मूवमेंट पर नजर बनाए हुए हैं।
बता दें कि पिछले महीने भी एक जंगली हाथियों का दल छत्तीसगढ़ से जनकपुर के रास्ते शहडोल जिला पहुंचा था जिसमें इन हांथियों ने पूरे इलाके में जमकर उत्पात मचाया था। इस बीच इसी इलाके के 7 लोगों की हाथियों से कुचलने से मौत हो गई थी। इसके अलावा जंगली हाथियों के द्वारा कई गांव के मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। लगभग 15 दिनों तक इस पूरे इलाके के लोग भय के साए में अपना जीवन गुजारा है। कई राते उन्हें स्कूल या पंचायत भवन में गुजारना पड़ा था। कुछ दिनों पहले ही हालात सामान्य हुए थे कि अब एक और हाथियों के दल के पहुंचने से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
जानकारी के मुताबिक बीते एक-दो दिन पहले ही जंगली हाथियों के दो दल ने छत्तीसगढ़ से जनकपुर के रास्ते जिले में एंट्री की है। जिसमें एक दल जयसिंह नगर इलाके में डेरा जमा लिया तो दूसरा दल बुढार वन परिक्षेत्र के धनपुरी इलाके में विचरण कर रहा है।