जब सीएम शिवराज ने कहा कि चिंता मत करो मैं आ गया हूँ, उसके बाद खुशी का ठिकाना नही रहा

Editor in cheif
3 Min Read
MP (संवाद)। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भारी तबाही मचाने के प्रदेश में अब हालात सामान्य होने लगे है। सीएम शिवराज के निर्देश पर प्रशासन बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह में पहुंचाने में लगे हुए थे और हर प्रकार की मदद भी मुहैया कराने में जुटे थे। फिर भी सरकारी कामकाज का तरीका किसी से छिपा नही है। कई जगह सीएम शिवराज सिंह के सख्त निर्देश के बाद भी प्रशासन के द्वारा महज औपचारिकता ही की जा रही थी। जिसके बाद सीएम शिवराज ने स्वयं बाढ़ वाले इलाकों में स्थिति का जायजा लेने पहुंच गए। इतना ही कमर तक पानी मे पैदल चलकर प्रभावित लोंगो से मिले और कहा चिंता मत करो मैं आप लोंगो के पास आ गया हूँ अब सबकुछ ठीक हो जाएगा। सीएम शिवराज ने जैसे ही बाढ़ से प्रभावित लोंगो के बीच पहुंचे सभी प्रभावित ग्रामीण जनता का खुशी का ठिकाना नही रहा। मौके पर पहुंचे सीएम ने पूरी स्थिति का जायजा लिया और वहां मौजूद अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देशित किया है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान आज बुधवार की दोपहर विदिशा प्रवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री चौहान एसएटीआई के हैलिपेड पर हैलिकॉप्टर से उतरने के उपरांत सर्वप्रथम विदिशा शहर के भगतसिंह कॉलोनी (नाना के बाग) क्षेत्र पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यहां पहुंचकर बाढ़ प्रभावितों से संवाद किया। 
 मुख्यमंत्री जी के पास बाढ़ प्रभावित बुजुर्ग महिलाओं ने पहुंचकर संवाद किया और बाढ़ से हुए नुकसान व अपनी व्यथा से अवगत कराया। इसके उपरांत रोती बिलखती बुजुर्ग महिलाओं को मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गले से लगाकर कहा कि में हूं ना चिंता की कोई बात नहीं है। दो तीन दिन में सब ठीक हो जाएगा। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नाना के बाग क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों का ढांढस बंधाते हुए कहा कि पानी उतर जाने के बाद बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी को आश्वस्त कराया कि चिंता की बात नहीं है जल्द ही सभी को हर संभव मदद दी जाएगी। इस दौरान बासौदा विधायक श्रीमती लीना जैन, डॉ राकेश जादौन के अलावा कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका शुक्ला समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी, गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *