खेल खेल में मासूम बच्ची की मौत, इधर सर्पदंश से 1अन्य छात्रा बची तो 1 युवक की अंधविश्वास में गई जान

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उमरिया (संवाद)। जिले के पाली थाना अंतर्गत ग्राम घुनघुटी स्थित हाइस्कूल के बगल में मौजूद ददरी टोला निवासी मासूम बेटी की दर्दनाक मौत हो गई है। घटना के संबंध में बताया गया कि घटना स्थल पर अन्य बच्चियां भी खेल रही थी, खेल खेल में अनहोनी हुई है जिसमे दामिनी पिता तीरथ मरावी उम्र करीब 14 वर्ष की अचानक मौत हो गई । घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ज़रूरी कार्यवाही कर रही है।
शुक्रवार की दोपहर 2 बजे हुए इस हादसे के बाद परिवार का बुरा हाल है। वही अचानक हुई इस घटना से पूरे गांव सनसनी फैल गई है।
वही एक दूसरे मामले में घुनघुटी चौकी अंतर्गत ग्राम भौतरा के टिकुरी टोला में शुक्रवार की दोपहर विवाहिता कुसुम पति रामकरण बैगा उम्र 32 वर्ष ने आत्मघाती कदम उठा फंदे में झुलकर अपनी जान दे दी है।इस मामले में विवाहिता ने आखिर क्यों आतमघाती कदम उठाया फिलहाल साफ नही है। हालांकि जानकारी के बाद मौके पर पुलिस पहुंची है और शव को अपने कब्जे में लेकर विवेचना प्रारम्भ की है।
इधर सर्पदंश की शिकार छात्रा सुरक्षित,वही एक युवक की मौत
चंदिया थाना अंतर्गत ग्राम पथरहटा स्थित आदिवासी मोहल्ला निवासी छात्रा सोनम पिता समरजीत कोल उम्र करीब 14 वर्ष सर्प दंश का शिकार हुई है। घटना के बाद आनन-फानन में परिजनों ने छात्रा को जिला अस्पताल में भर्ती कर पीड़ित छात्रा उपचार कराया जा रहा है। इस संबंध में जानकारी मिली है कि पीड़ित छात्रा गुरुवार की देर शाम घर के पीछे बाड़ी में घूम रही थी उसी दौरान सर्प दंश का शिकार हुई है। स्वास्थ्य प्रबंधन की माने तो सर्प दंश की शिकार पीड़ित छात्रा को समय पर परिजनों ने पीड़ित को अस्पताल पहुँचाया है जिससे समय पर इलाज मिला और अब वो पूरी तरह खतरे से बाहर है।
इसी तरह  एक दूसरे मामले में नोरोजाबाद थाना अंतर्गत गहिरा टोला निवासी बब्बू पिता चिखनु बैगा उम्र 32 वर्ष भी मंगलवार को सर्प दंश का शिकार हो गया था,परन्तु उसकी जिला अस्पताल में मौत हो गई है,बताया जाता है कि इस मामले में मृत बब्बू देर सुबह 5 बजे निस्तार आदि के लिए घर के पीछे गया था। इसी दौरान वह सर्प दंश का शिकार हुआ है। घटना के बाद पीड़ित बब्बू को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया था,परन्तु धीरे धीरे उसकी हालत खराब होती गई और अंत मे गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
विशेषज्ञ चिकित्सको की माने तो सर्प दंश के शिकार पीड़ित को बिना देर किए त्वरित अस्पताल लाने की ज़रूरत है ग्रामीण क्षेत्रों में हुए ऐसे क़ई मामलों में परिजन झाड़-फूंक, टोने,टोटके और अंधविश्वास विश्वास के चक्कर मे जान गवां देते है।

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