उमरिया (संवाद)। बांधवगढ़ में कबीर मेला और कबीर गुफा तक जाने वाले मार्ग पर जंगली हाथियों के मूवमेंट होने से कबीर दर्शनार्थियों को खतरे की आशंका वाली खबर को जिले का प्रमुख न्यूज़ पोर्टल पंचायती संवाद के द्वारा प्रमुखता से प्रसारित करने के बाद उस खबर का असर हुआ है। जिसमें प्रबंधन ने कबीर गुफा तक जाने वाले मार्ग पर जंगली हाथियों से दर्शनार्थियों को खतरा बताया है। और अब वह कबीर मेले के दौरान कबीर गुफा तक पैदल जाने के लिए रोक लगा दी है। अब दर्शनार्थी जिप्सीयों के माध्यम से वहां तक पहुंच सकेंगे।
प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया कि बांधवगढ टाईगर रिजर्व पार्क के बांधवगढ़ किले में स्थित कबीर गुफा में अगहन की पूर्णिमा को श्रद्धालुओं का आगमन होता है। इस अवसर पर मेले का भी आयोजन किया जाता है। पूर्व में पार्क प्रबंधन द्वारा श्रद्धालुओं को कबीर गुफा दर्षन की व्यवस्था पैदल यात्रा के माध्यम से की जाती रही है । मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व पार्क राजीव मिश्रा ने बताया है कि वर्तमान में सिद्ध बाबा , शेष सैय्या, राज बेहरा, कबीर गुफा तक जाने वाले मार्ग में लगातार जंगली हाथियो का विचरण देखा जा सकता है। जंगली हाथियों के द्वारा पार्क के पालतू हाथियों पर भी हमले के प्रयास किए गए है। साथ ही कैपों की तोड़फोड़ जैसी घटनाएं लगातार घटित हो रही है ।
7 दिसंबर को कबीर गुफा दर्षन यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं से पार्क प्रबंधन द्वारा अपील की गई है कि श्रद्धालु कबीर गुफा तक पैदल यात्रा नही करें पैदल यात्रा करने से जंगली हाथियों के हमले की आषंका है। जिससे उनके जान को खतरा हो सकता है। कबीर गुफा दर्षन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए जिप्सियो से यात्रा की अनुमति दी गई है। श्रद्धालुओ से पार्क प्रबंधन द्वारा आवष्यक सहयोग करते हुए जिप्सी से ही यात्रा करनें का आग्रह किया गया है।
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