उत्तराखंड: बीजेपी को नही मिला कोई नेता, चुनाव हारकर भी मुख्यमंत्री पद पर पुष्कर सिंह धामी की फिर हुई वापसी

Editor in cheif
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देहरादून (संवाद)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बन गए हैं। आज भाजपा प्रदेश मुख्यालय में हुई विधानमण्डल दल की बैठक में सर्वसम्मति से पुष्कर सिंह धामी को प्रदेश का पुनः मुख्यमंत्री घोषित किया गया। बता दें कि सरोवर नगरी नैनीताल में विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा पार्टी की जीत के लिए मन्दिरों व धार्मिक स्थलों में गुहार लगाने जगह-जगह पहुंचे थे। मुख्यमंत्री के गुहार को मां नयना देवी, शिव जी व गोल्ज्यू देवता समेत सभी धार्मिक स्थलों के परमात्मा का आशीर्वाद मिल गया। जहां भगवान ने मुख्यमंत्री धामी की गुहार स्वीकार कर ली, पर वह अपनी सीट नहीं बचा पाये। पार्टी की जीत के लिए मां नन्दा देवी मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने शिवलिंग में जल, दूध से स्नान कराया। वहीं उन्होंने घोड़ाखाल गोल्ज्यू मन्दिर में भी भाजपा पार्टी व अपनी जीत के लिए गुहार लगाई थी। भाजपा पार्टी को तो बहुमत के साथ ले आये, पर अपनी सीट नहीं बचा पाये। वहीं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पुनः मुख्यमंत्री की ताजपोशी कर दी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ साथ नैनीताल वासियों में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी है, जबकि मुख्यमंत्री के पास अभी बड़ी चुनौती है।

मणिपुर : बीरेन सिंह ने ली सीएम पद की शपथ


मणिपुर में एक बार फिर एन बीरेन सिंह मुख्यमंत्री बन गए हैं। एन बीरेन सिंह ने सोमवार को इंफाल में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बीरेन सिंह के साथ ही पांच कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली है। इनमें नेमचा किपजेन, वाई. खेमचंद सिंह, बिस्वजीत सिंह, अवंगबौ न्यूमाई और गोविंदास कोंथौजम शामिल हैं। बीरेन सिंह ने जेपी नड्डा और अन्य भाजपा नेताओं की उपस्थिति में दूसरी बार मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। एक दिन पहले ही एन बीरेन सिंह को विधायक दल का नेता चुना गया था। शपथ लेने के बाद बीरेन सिंह ने कहा कि मेरी सरकार का पहला कदम इसे भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाना होगा। उन्होंने कहा कि मैं राज्य से भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए दिन-रात काम करूंगा। अगला कदम यह होगा कि राज्य से किसी भी तरह के मादक पदार्थ संबंधी मामले को खत्म किया जाए। तीसरा मैं यह देखने की कोशिश करूंगा कि राज्य में सक्रिय सभी विद्रोहियों को बातचीत की मेज पर लाया जाए और संवाद हों। ये तीनों मेरे प्राथमिक कर्तव्य होंगे। इससे पहले रविवार को मणिपुर के राज्यपाल एल गणेशन ने भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को अगली सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। केंद्रीय मंत्रियों निर्मला सीतारमण और किरेन रिजिजू ने पार्टी की ओर से राज्यपाल को एक पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया कि एन बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से 32 विधायकों के साथ भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है।
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