आखिर क्यों बिफरी ज्ञानवती, क्या है वजह, उन्होंने जिला प्रशासन लगाए गंभीर आरोप

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उमरिया(संवाद)। जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष व बीजेपी नेत्री सुश्री ज्ञानवती सिंह ने जिला प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए उनकी उपेक्षा किए जाने की बात कही है।
दरअसल 3 मार्च को प्रभारी मंत्री रामकिशोर नानू का आगमन उमरिया हुआ था। इस दौरान प्रभारी मंत्री के द्वारा जिले की समीक्षा बैठक और खनिज कल्याण मत (डीएमएफसी) की बैठक का आयोजन किया गया था। जिला पंचायत अध्यक्ष व डीएमएफसी की सदस्य ज्ञानवती सिंह ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि कलेक्ट्रेट से उन्हें फोन कर जानकारी दी गई कि 3 मार्च को शाम 4:00 बजे जिला खनिज कल्याण मद की बैठक है। जिसके बाद वे समय से एक घंटा पहले कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंच गई, बावजूद इसके उन्हें बैठक में शामिल ना करते हुए चुपचाप तरीके से कलेक्टर चेंबर में बैठक कर ली गई, जबकि उन्होंने बताया कि वह जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ-साथ खनिज कल्याण मद की सदस्य हैं। उन्होंने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन एक जनप्रतिनिधि की उपेक्षा कर रहा है, जिसकी वह घोर निंदा करती हैं। इसके अलावा उनके द्वारा इस बात की  शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व पार्टी फोरम में करने की बात कही गई है।
दरअसल ज्ञानवती सिंह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की समर्थक मानी जाती हैं, इसके पहले वे सिंधिया के साथ ही कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुई थी, जिसके बाद उन्हें बीजेपी ने प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया, इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भी संगठन ने उन्हें अन्य दायित्व सौपे हैं।

 

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उमरिया(संवाद)। जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष व बीजेपी नेत्री सुश्री ज्ञानवती सिंह ने जिला प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए उनकी उपेक्षा किए जाने की बात कही है।दरअसल 3 मार्च को प्रभारी मंत्री रामकिशोर नानू का आगमन उमरिया हुआ था। इस दौरान प्रभारी मंत्री के द्वारा जिले की समीक्षा बैठक और खनिज कल्याण मत (डीएमएफसी) की बैठक का आयोजन किया गया था। जिला पंचायत अध्यक्ष व डीएमएफसी की सदस्य ज्ञानवती सिंह ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि कलेक्ट्रेट से उन्हें फोन कर जानकारी दी गई कि 3 मार्च को शाम 4:00 बजे जिला खनिज कल्याण मद की बैठक है। जिसके बाद वे समय से एक घंटा पहले कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंच गई, बावजूद इसके उन्हें बैठक में शामिल ना करते हुए चुपचाप तरीके से कलेक्टर चेंबर में बैठक कर ली गई, जबकि उन्होंने बताया कि वह जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ-साथ खनिज कल्याण मद की सदस्य हैं। उन्होंने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन एक जनप्रतिनिधि की उपेक्षा कर रहा है, जिसकी वह घोर निंदा करती हैं। इसके अलावा उनके द्वारा इस बात की  शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान,केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व पार्टी फोरम में करने की बात कही गई है।दरअसल ज्ञानवती सिंह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की समर्थक मानी जाती हैं, इसके पहले वे सिंधिया के साथ ही कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुई थी, जिसके बाद उन्हें बीजेपी ने प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया, इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भी संगठन ने उन्हें अन्य दायित्व सौपे हैं।बता दें कि बीजेपी संगठन में जब से सिंधिया और उनका पूरा खेमा बीजेपी में शामिल हुआ है, तब से पूरे मध्यप्रदेश में इस तरह की उपेक्षा व वर्चस्व को लेकर मामले सामने आते ही रहते हैं। कुल मिलाकर यह कहना लाजमी नही होगा कि पुराने बीजेपी के लोग नए बीजेपी वालों को अब भी पचा नहीं पा रहे हैं।
बता दें कि बीजेपी संगठन में जब से सिंधिया और उनका पूरा खेमा बीजेपी में शामिल हुआ है, तब से पूरे मध्यप्रदेश में इस तरह की उपेक्षा व वर्चस्व को लेकर मामले सामने आते ही रहते हैं। कुल मिलाकर यह कहना लाजमी नही होगा कि पुराने बीजेपी के लोग नए बीजेपी वालों को अब भी पचा नहीं पा रहे हैं।
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